सादुलपुर (ओमप्रकाश)। जिले की तारानगर तहसील के गांव ढिंगी (लाम्बा की ढाणी) निवासी 95 वर्षीय स्वतंत्रता सैनानी नारायण सिंह लाम्बा का मंगलवार को रात्रि निधन होने पर बुधवार को उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया। स्वतंत्रता सैनानी को मुखाग्नि उनके पुत्र ईश्वर सिंह लाम्बा ने दी।
स्वतंत्रता आन्दोलन एवं सन् 1965 व 1971 के युद्ध में सराहनीय कार्य करने पर स्वतंत्रता सैनानी को तत्कालीन राष्ट्रपति वी वी गिरी द्वारा पुरस्कृत किया गया तथा सेना में लगातार 20 वर्ष तक सेवा देने पर सेना मेडल से नवाजा गया। किसानों के हितैषी स्वतंत्रता सैनानी सन् 1944 में सेना में भर्ती हुए तथा लांस नायक, नायक, हवलदार, नायब सूबेदार एवं सूबेदार के पद से 30 नवम्बर 1981 को सेना से रिटायर्ड हुए।
स्वतंत्रता सैनानी के पुत्र जिला खेल अधिकारी ईश्वरसिंह लाम्बा ने बताया कि 9 अगस्त 1927 को ढिंगी (लाम्बा की ढाणी) में जन्में स्वतंत्रता सैनानी हिन्दी, अंग्रेजी, रोमन व उर्दू भाषा के जानकार थे। पिता मोहनराम लाम्बा व माता मंदो देवी के घर जन्में स्वतंत्रता सैनानी के एक बेटी विधा देवी एवं तीन बेटे विजयपाल लाम्बा शारीरिक शिक्षक, ईश्वरसिंह लाम्बा जिला खेल अधिकारी व निहाल सिंह लाम्बा शिक्षक है।
अंतिम संस्कार के दौरान जिला कलक्टर ललित कुमार गुप्ता, पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ, तारानगर के उपखण्ड अधिकारी इन्द्राज सिंह, राजगढ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र मीणा, महावीर पूनिया, सरपंच, जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।
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