बाल गिर रहें हैं तो करें ये आयुर्वेदिक उपाय


अजब-गजब-लंबे और घने बाल महिलाओं की खूबसूरती बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं पर आजकल प्रदूषण, असंतुलित आहार और रसायनयुक्त तेल आदि के इस्तेमाल से यह असमय ही गिरने लगते हैं। ऐसे में महिलाओं को समझ नहीं आता कि वह किस प्रकार बालों का गिरना रोकने के साथ ही इन्हें काला , घन और रेशमी बनाये रखे। आयुर्वेदिक उपचारों की मदद से बालों से जुड़ीं यह सभी समस्यायें दूर हो सकती हैं। आयुर्वेदिक तेल का इस्तेमाल कर आप असमय बाल झड़ने से बच सकेंगी। रोजमैरी तेल – रोजमैरी तेल का इस्तेमाल परंपरागत तौर पर नए बालों को उगाने में मददगार होता है। हर रोज रोजमैरी तेल की मालिश करने से बालों का झड़ना कम होता है।

लैवेंडर तेल : सिर में रक्त संचार पर्याप्त मात्रा में न होने की वजह से बाल गिरने की समस्या होती है। इसके अलावा बालों के रोम में संक्रमण की वजह से भी बाल तेजी से झड़ते हैं। यह दोनों समस्याएं लैवेंडर तेल से सुलझाई जा सकती हैं। लैवेंडर तेल को थाइम तेल के साथ मिलाकर मालिश करने से बालों का झड़ना कम हो जाता है।

सीडरवुड तेल :  सीडरवुड तेल सिर की त्वचा में रक्त संचार ठीक करता है। सीडरवुड तेल में एंटी-फंगल की खूबी होती है। यह बालों के झड़ने के लिए जिम्मेदार संक्रमणों से लड़ने में मददगार होती है। इसके लिए 6 बूंद सीडरवुड तेल को नारियल के तेल में मिलाकर सिर पर लगाएं और मालिश करें। अब इसे रात भर के लिए छोड़ दें।


थाइम तेल : बैक्टीरिया और फंगस सिर के रोमछिद्रों को बंद कर देते हैं। इससे बालों की वृद्धि रुक जाती है और बाल झड़ने लगते हैं। ऐसे में थाइम ऑयल आपकी काफी मदद कर सकता है। यह बालों को पतला होकर टूटने से बचाता है।


स्वीट बेसिल तेल   : सिर की त्वचा के रोमछिद्रों को साफ रखने के लिए तथा बालों से डैंड्रफ हटाने के लिए स्वीट बेसिर तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे इस्तेमाल करने से पहले एक्सपर्ट से इसके इस्तेमाल की मात्रा के बारे में सलाह जरूर लें हालांकि ज्यादा मात्रा में स्वीट बेसिल ऑयल का इस्तेमाल नुकसानदेह भी हो सकता है।

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