दोनों डीईओ के नही आने पर कलक्टर ने लिया गंभीरता से
श्रीगंगानगर, 23 अगस्त। जिला कलक्टर ज्ञानाराम ने कहा कि छात्रों के बोद्धिक स्तर में सुधार व नामांकन को बढ़ावा देने से ही छात्रों का मूल विकास माना जायेगा।
जिला कलक्टर गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभा हॉल में जिला स्तरीय स्कूल सलाहाकार समिति की बैठक में बोल रहे थे। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक व प्रारम्भिक के उपस्थित नही होने पर उन्होंने असंतोष व्यक्त किया तथा चेताया कि भविष्य में इसकी पुनरावृति न हो। बैठक में बताया कि जिले में 1428 राजकीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय संचालित है, जिनकी आधारभूत सरंचना विकसित की जा रही है। घडसाना में कस्तुरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में सरकार ने 50 छात्राओं की क्षमता को बढ़ाकर 100 कर दिया गया है। रायसिंहनगर, अनूपगढ़, घड़साना, विजयनगर क्षेत्रा की ऐसी 11 से 15 वर्ष आयु के मध्य की अनामांकित व ड्रापआउट छात्राएं प्रवेश ले सकती है। प्रवेश इसी माह के अंत तक दिया जायेगा।
जिला कलक्टर ने बताया कि इन विद्यालयों में 284 उत्कृष्ट विद्यालय चिन्हित किये गये है। 50 ऐसे विद्यालय है, जिनके पास खेल मैदान के लिये भूमि नही है। जिला कलक्टर ने निर्देश दिये कि शिक्षण संस्थाओं के आस-पास जो भी राजरकबा है, उन्हें चिन्हित कर आवंटन करने के प्रार्थना पत्रा एसडीएम को प्रस्तुत करें। 234 विद्यालय में खेल मैदान है, जिनमें से 91 खेल मैदान अभी विकसित करने की आवश्यकता है। जिले में 384 शिक्षण संस्थाओं के पास, ऊपर से बिजली की एलटी व हाई वोल्टेज लाईने जा रही है, ऐसे विद्यालयों की सूची भी अधीक्षण अभियंता विधुत को देने के निर्देश दिये है। जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में अब तक इस संस्थाओं में 69173 विधार्थियों का नामांकन हुआ है तथा शाला दर्शन कार्यक्रम संचालित है।
बैठक में एडीपीसी अनिल स्वामी, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी राजेश अरोड़ा, रायसिंहनगर प्रधान इन्दु सारस्वत, समिति के सदस्य पतराम, श्याम सुन्दर माहेश्वरी सहित शिक्षण संस्थाओं के पदाधिकारियों ने भाग लिया।
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