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छात्रसंघ चुनाव को लेकर गतिविधियां हुर्इं तेज,विश्वविद्यालय आज शाम को जारी करेगा अधिसूचना,




विवि परिसर में रैली, धरने, प्रदर्शन व भारी मात्रा में आने वाले वाहनों की आवाजाही पर लगेगी लगाम

जयपुर। राज्य सरकार द्वारा राजस्थान के सभी 14 सरकारी विश्वविद्यालयों और उनसे जुड़े महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव की तारीख तय होने साथ ही कैम्पस में गतिविधियां तेज हो गईं। चुनाव को लेकर जहां विवि व कॉलेज प्रशासन तैयारियों में जुट गए हैं, वहीं दावेदार छात्रनेता भी कैम्पस और फील्ड में अपनी पकड़ मजबूत करने में जुट गए हैं। छात्र नेता अपने समर्थकों को सहेजने में लगे हुए हैं तो साथ ही संगठन से टिकट के जुगाड़ में भी प्रयासरत हैं।

जयपुर में दोनों ही प्रमुख छात्र संगठनों की ओर से अगले दो-तीन दिन में अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जा सकती है। एबीवीपी ने सोमवार को और एनएसयूआई के छात्रनेताओं ने मंगलवार को अपनी ताकत दिखाई है। दोनों ही छात्र संगठन इस बार राजस्थान विवि के अपेक्स अध्यक्ष व महासचिव सहित पूरे पैनल को जिताने के लिए जीतोड़ कोशिश में जुटे हुए हैं। दोनों ही संगठनों को यहां पर बीते दो साल से मात खानी पड़ रही है। जबकि एबीवीपी तो अपने ही बागी उम्मीदवारों से हार रही है। ऐसे में जहां एबीवीपी का जोर बगावत रोकने पर है, वहीं एनएसयूआई सबसे बेहतर व जिताउ उम्मीदवार की तलाश में है।

आज जारी होगी अधिसूचना

विवि हमेशा की तरह आज, मतदान से ठीक 10 दिन पहले छात्रसंघ चुनाव की अधिसूचना जारी कर देगा। इसके बाद विवि व कॉलेज कैम्पस में छात्रनेताओं की रैलियों, धरने व प्रदर्शन पर रोक लग जाएगी। केवल विवि प्रशासन व कॉलेज से अनुमति लेने के बाद ही रैली की जा सकेगी। विवि प्रशासन जहां कैम्पस में बैनर-पोस्टर पर रोक लगाने में जुट गया है, तो दूसरी ओर नगर निगम व पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद हो गया है। सार्वजनिक सम्मपत्ति विरुपण अधिनियम के तहत सभी सार्वजनिक स्थानों को गंदा करने पर शहर में नगर निगम व पुलिस प्रशासन के द्वारा मुकदमा दर्ज करवाया जा सकता है। इसी अधिनियम के तहत विवि में यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन भी एफआईआर दर्ज करवाने का हकदार है।

मतदाताओं की संख्या पर नजर

छात्र संगठनों व विवि प्रशासन की नजर छात्र मतदाताओं की संख्या पर है। विवि में डीएसडब्ल्यू डॉ. सरीना कालिया के अनुसार 28 हजार मतदाता हैं, हालांकि शोध छात्र मतदाताओं की संख्या का अभी पता नहीं है। इधर, छात्र संगठन भी मतदाताओं की तादात के अनुसार अपनी गणित बिठाने में लगे हुए हैं। विवि प्रशासन आईकार्ड जारी करने के काम को अंतिम रूप दे रहा है। साथ ही कुलानुशासक कार्यालय ने भी विवि व कॉलेज कैम्पस की व्यवस्थाएं बनाने के लिए कमर कस ली हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी का भार प्रो. वीर विजय सिंह को दिया गया है।

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