Advertisement

Advertisement

दिव्यांग बच्चों की हस्तकला ऐसी की हर कोई हो जाये मुरीद'


- प्रदर्शनी में छाये स्पास्टिक बच्चों द्वारा बनाये गये लड्डू गोपाल की पोशाके ओर झूले, आमजन भी आ सकता हैं प्रदर्शनी में
श्रीगंगानगर। दिव्यांग बच्चों द्वारा रंग-बिरगों कपड़ों से बनाये गये भगवान श्रीकृष्ण के वस्त्र व लड्डू गोपाल और इन दिव्यांग बच्चों द्वारा बनाये गये वस्तुओं को देखकर उनके मुरीद होते लोग। कुछ ऐसा ही दृश्य देखने को मिला सुखाडिय़ा शॉपिंग स्थित जुबिन स्पास्टिक होम में दिव्यांग बच्चों द्वारा बनाई गई सामग्री की प्रदर्शनी के दौरान। दिव्यांग बच्चों ने भगवान श्रीकृष्ण के रंग-बिरंगें कपड़ों व लड्डू गोपाल से लेकर उनके आसन ओर पूजा की श्रृंगारित थाली तक बनाकर हर किसी को आश्चर्यचकित किया, तो वहीं प्रदर्शनी देखने आये लोगों ने भी इन बच्चों की प्रतिभाओं को खूब सराहा। वहीं जुबिन स्पास्टिक होम संस्था की सचिव विनीता आहुजा ने बताया कि हालांकि यह प्रदर्शनी रक्षाबंधन पर्व तक ही थी, लेकिन यहां प्रदर्शनी में आने वालों का कहना था कि ऐसी प्रदर्शनी चलती रहनी चाहिये, जिससे आमजन को भी यह अहसास हो कि ये दिव्यांग बच्चे भी किसी से कम नहीं हैं ओर यह भी समाज के एक अभिन्न अंग हैं। इसलिये अब इस प्रदर्शनी को जन्माष्टमी पर्व तक आगे बढ़ा दिया गया हैं। जिसकों देखने के लिये शहर ही बल्कि गांव से लोग आ रहे ओर इन बच्चों के हाथों से बनाई गई इन वस्तुओं को सराह रहे हैं तथा इन वस्तुओं की खरीददारी करके इनका हौंसला अफजाई कर रहे हैं। दूसरी ओर संस्था सचिव विनीता आहुजा की मानें तो उनका कहना हैं कि
हालांकि इन सबके लिये जुबिन संस्था द्वारा दिव्यांग बच्चों को रोजगारमुखी कार्य सिखाये जा रहे हैं, जिससे यह आत्मनिर्भर बन रहे हैं। उन्होंने बताया कि 5 सालों से दीपावली ओर रामलीला मैदान में लगने वाले हस्तशिल्प मेले में दिव्यांग बच्चों द्वारा बनाई गई साम्रगी लगाई जा रही हैं ओर राज्य सरकार की ओर से आयोजित अमृता हाट मेले में भी इन दिव्यांग बच्चों द्वारा बनाई गई साम्रगी को विशेष पुरस्कार देकर सराहा भी गया हैं। संस्था के अध्यक्ष डॉ. दर्शन आहुजा ने बताया कि जुबिन स्पास्टिक होम में लगाये गई प्रदर्शनी में इन दिव्यांग बच्चों द्वारा लड्डू गोपाल के झूले, आसन, ज्वैलरी, लड्डू गोपाल के वस्त्र, चित्रकला पेंटिग, बंधनवार, पूजन की थालियां, शुगुन के लिफाफे, बाल-गोपाल के आसन शामिल हैं। उन्होंने  कहा कि इन बच्चों को जितना अधिक प्रशिक्षित करेगें वे उतने ही समाज की मुख्यधारा में सम्मलित होंगें। वहीं संस्था सचिव विनीता आहुजा ने आमजन से अपील की हैं इस प्रदर्शनी का अवलोकन करें ओर इन दिव्यांग बच्चों का हौंसला बढ़ाये।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Advertisement

Advertisement