ईजी पे के साथ फिलहाल राजस्थान के लगभग 9000 रिटेलर्स रजिस्टर्ड
बीकानेर। समेकित संपत्तियों के लिहाज से भारत के सबसे बड़े निजी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक ने देष के पहले डिजिटल पॉइंट-ऑफ-सेल (पीओएस) ‘ईजी पे’ में कुछ और नयी सेवाओं को जोडक़र उसे और बेहतर बनाया है। विमुद्रीकरण (डीमोनेटाईजेशन) के दौरान कारोबारियों और प्रोफेशनल्स को विभिन्न स्रोत जैसे यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई), डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, अन्य बैंकों की इन्टरनेट बैंकिंग, आधार पे, भारत क्यूआर कोड, ‘पॉकेट्सबाई आईसीआईसीआई बैंक’ डिजिटल वॉलेट से पेमेंट प्राप्त करने के लिहाज से ईजी पे को लॉन्च किया गया था। उसके बाद से इसका तेजी से विस्तार करते हुए 1.85 लाख ग्राहक जोड़े गए हैं और अब देश भर में बैंक के 7 लाख फिजिकल और डिजिटल पीओएस हो गए हैं।
इस एप्लीकेशन में कुछ और नयी सेवाओं को जोड़ा गया है जो देश में अन्य कोई बैंक नहीं प्रदान कर रहा है। इसकी मदद से मर्चेंट्स/रिटेलर्स बिना बैंक गए और बिना किसी कागजी कार्रवाई के कार्ड स्वाइप मशीन के लिए आवेदन कर सकते हैं। मर्चेंट्स/रिटेलर्स बारकोड के जरिए इनवॉइस बना सकते हैं। इन बिल्ट डैशबोर्ड की मदद से वो सामान की आवाजाही और सेल्स ट्रेंड्स पर नजर रख सकते हैं और उधार माल ले सकते हैं, बारकोड के जरिए इनवॉइस (बिल) बना सकते हैं। इसके अलावा, मझोले और बड़े रिटेलर्स के कर्मचारी स्टोर में विभिन्न काउंटरों पर खड़े रहकर अपने मोबाइल में ग्राहक से भुगतान प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा इसे अन्य शहरों में एक स्टोर की ब्रांच के तौर पर भी ऑनलाइन डिलीवरी के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा। मध्यम से बडे पैमाने पर कार्य संचालन करने वाले रिटेलर्स के कर्मचारी अब इस ऐप को एक साथ इस्तेमाल कर सकेंगे और इस तरह वे स्टोर में विभिन्न काउंटर्स पर भी भुगतान हासिल कर सकेंगे।
इस अवसर पर इस ऐप की विशेषताओं के बारे में बताते हुए आईसीआईसीआई बैंक के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, अनूप बागची ने कहा आईसीआईसीआई बैंक ने प्रथम अन्वेषक के तौर पर भारतीय अर्थव्यवस्था को डिजिटल बनाने में कई डिजिटल पहलें की हैं। इसी दिशा में, डीमोनेटाइजेशन के दौरान एक मोबाइल ऐप्लीकेशन के तौर पर एक डिजिटल पॉइंट-ऑफ-सेल यानी ईजीपे को जारी किया गया था। इस क्रांतिकारी पहल ने लाखों व्यापारियों, पेशेवरों को विभिन्न स्रोंतों से भुगतान प्राप्त करने का विकल्प दिया था। ईजी पे को हर वर्ग से उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया मिली है। किराना दुकानदार, केमिस्ट, रेस्टोरेंट मालिक, टूर एंड ट्रेवल्स ऑपरेटर्स, पेशेवरों सभी ने सराहा है। इसकी लोकप्रियता की वजह से कम समय में 1.85 लाख ग्राहक इस एंप के साथ जुड़े हैं और अब देश भर में बैंक के 7 लाख फिजिकल और डिजिटल पीओएस हो गए हैं। गहन रिसर्च के बाद इसमें कई नए फीचर्स, जैसे बिना किसी कागजी कार्रवाई के कार्ड स्वाइप मशीन के लिए आवेदन करना, बारकोड के जरिए इनवॉइस बनाना आदि संभव है। ये सारी सुविधाएं अन्य किसी मोबाइल डिजिटल प्लेटफार्म पर उपलब्ध नहीं हैं। मुझे विश्वास है नए फीचर्स की वजह से इसको कई और सेग्मेंट्स इसके साथ जुड़ेंगे और यह सभी के लिए आसानी से पेमेंट प्राप्त करने का एक मजबूत विकल्प बनेगा। मेरा मानना है कि यह ऐप्लीकेशन बैंक के फिजिकल पीओएस की संख्या को भी पार कर जायेगा और इस तरह हम नकदी रहित अर्थव्यवस्था की दिषा में एक कदम और आगे बढने में सक्षम होंगे।"
आईसीआईसीआई बैंक के चालू खाता (करंट अकाउंट) धारक ग्राहक, इस ऐप्लीकेशन के नए संस्करण (अपग्रेडेड वर्शन) को अपने एंड्राइड आधारित स्मार्टफोन के जरिये अपग्रेड कर सकते हैं। बिना किसी कागजी कार्रवाई के वे तुरंत कार्ड स्वाइप मशीन के लिए आवेदन कर सकते हैं। लेन-देन के आकार और प्रकार के मुताबिक मर्चेन्ट्स 3 तरह की स्वाइप मशीन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
‘ईजी पे’ को सर्वाधिक सुरक्षित बनाया गया है और इसमें ऐसे सुरक्षा फीचर्स जोडे गए हैं, जो इंडस्ट्री में इससे पहले कभी इस्तेमाल नहीं किए गए। ग्राहक एक मोबाइल नंबर से एक बार ही रजिस्टर कर सकता है और हर बार लॉगइन के दौरान एमपिन के जरिये हर ग्राहक का प्रमाणीकरण होगा।ं वर्तमान में राजस्थान के 9000 से अधिक रिटेलर्स इसके साथ रजिस्टर्ड हैं और मुख्यत: इसे इस्तेमाल करने वाले किराना दुकानदार, कपडा व्यापारी, केमिस्ट, रेस्टोरेंट मालिक, टूर एंड ट्रेवल्स ऑपरेटर्स हैैं।
‘ईजी पे’ की वो खास खूबियां
स्कैन और बिल
नकद और उधार सेल्स में सहायक
इंटीग्रेटेड सेल्स डैशबोर्ड
सब मर्चेंट लिमिट
सवाल और सहायता रिक्वेस्ट
व्यापरियों के लिए बी2बी पेमेंट सुविधा
कार्ड स्वाइप मशीन के जरिये भुगतान प्राप्ति
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