श्रीगंगानगर। विधानसभा आम चुनाव 2018 के दौरान चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों एवं पार्टी द्वारा अपने प्रचार के लिये सोशल मीडिया का उपयोग किया जा रहा है। सोशल मीडिया में प्रचार के लिये खर्च होने वाली राशि संबंधित उम्मीदवार के खर्च में शामिल की जायेगी।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा श्रीगंगानगर में लगाये गये व्यय पर्यवेक्षक प्रथम बलविन्दर कौर ने बुधवार को रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय में विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रभारियों की बैठक ली तथा निर्देश दिये कि उम्मीदवार द्वारा प्रत्यक्ष रूप से खर्च की जाने वाली राशि के अलावा ऐसे बहुत से खर्चें है जो अप्रत्यक्ष रूप से किये जाते है। ऐसे खर्चों को भी उम्मीदवार के खर्च में शामिल किया जाये। फिल्ड में कार्य करने वाले विभिन्न उडन दस्ते, लेखादल, एमसीएमसी एण्ड पेड न्यूज, आचार संहिता प्रकोष्ठ सहित सभी प्रकोष्ठ आपसी समन्वय रखते हुए उम्मीदवारों द्वारा किये जाने वाले खर्च का पूरा रिकार्ड संधारित करेगें।
सोशल मीडिया पर भी उम्मीदवारों द्वारा अपने विभिन्न अकांडट व्हाट्अप, फेसबुक, ट्विटर, यूटयूब को तकनीकी कार्मिकों द्वारा अपडेट किये जाते है। ऐसे कार्मिकों का मानदेय तथा डिजाईन किये गये मेटिरियल को भी व्यय राशि में शामिल किया जायेगा।
जिला निर्वाचन अधिकारी ज्ञानाराम ने बताया कि सोशल मीडिया पर अकांउट मेनटेन करने के लिये तकनीकी कार्मिक के 300 रूपये प्रतिदिन तथा तकनीकी सलाहाकार के 850 रूपये प्रतिदिन के अलावा विज्ञापन प्रचार सामग्री के लिये डिजाईन करने के खर्च की राशि अलग से प्रत्याशी/पार्टी के खर्च में जोडी जायेगी।
रिटर्निंग अधिकारी गंगानगर सौरभ स्वामी ने बताया कि सभी प्रकोष्ठों को सर्तक कर दिया गया है तथा आवश्यकता पडने पर अचानक उडन दस्तों को भी भेजा जा रहा है। उम्मीदवारों द्वारा प्रचार में उपयोग की जाने वाली सामग्री पर भी नजर रखी जा रही है।
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