Sunday, 13 January 2019

Home
Rajasthan
Rajasthan News
report exclusive
sriganganagar
आमजन के कल्याण के लिए है सरकारः शिक्षा राज्यमंत्री
आमजन के कल्याण के लिए है सरकारः शिक्षा राज्यमंत्री
श्रीगंगानगर। शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्रा प्रभार) गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि आमजन, किसानों व व्यापारियों के कल्याण के लिए बनी सरकार उनकी हरसंभव मदद करेगी।
जिले के प्रभारी मंत्री डोटासरा रविवार को सर्किट हाऊस में अधिकारियों व व्यापारियों की बैठक में बोल रहे थे। उन्होने कहा कि किसान व व्यापारी का एक लम्बा जुडाव है तथा ये एक दूसरे के पूरक है। उन्होने व्यापारियों की समस्याओं को सुना, व्यापारियों का कहना था कि गेहूॅं की ऑफ लाईन खरीद हो तथा व्यापारी को सवा दो प्रतिशत आढत मिले। प्रभारी मंत्री ने व्यापारियों से अपनी प्रस्तावित हडताल खत्म करने का आग्रह किया तथा उनकी समस्याओं का समाधान मुख्यमंत्री स्तर पर उठाया जाएगा तथा कोई न कोई रास्ता अवश्य निकलेगा।
शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में गेहूॅं का कुल उत्पादन, उसमें से एफसीरआई कितनी खरीद करती है, सवा दो प्रतिशत आढत की राशि कितनी बनती है, भुगतान के बारे में पूर्व के क्या अनुभव है इत्यादि बिन्दुओं की विस्तार के साथ जानकारी उपलब्ध करवाई जाए। उन्होने कहा कि व्यापारियों को 16 जनवरी को मिलने का समय (जयपुर) दिया गया है, जिले के जनप्रतिनिधि तथा मैं स्वयं मुख्यमंत्री जी के सामने इन बातों को रखेंगे। उन्होने कहा कि स्थानीय स्तर की समस्या जिला कलक्टर हल करेंगे तथा जयपुर स्तर के निर्णय जयपुर से करवाएंगे।
पूर्व राज्यमंत्री एवं करणपुर विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर ने कहा कि किसानों को ऑन लाईन फसल बेचने में परेशानी होंती है। कई बार सर्वर भी काम नही करता, इसके अलावा यहां का किसान खेत से गेहूॅं सीधा बाजार में ले आता है, जिससे अव्यवस्था होती है। उन्होने कहा कि कोटा व भरतपुर के बाद इस क्षेत्रा का गेहूॅं आता है, जो बहुत लम्बे क्षेत्रा में नही है। असानी से व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा सकती है।
गंगानगर विधायक राजकुमार गौड ने कहा कि किसान व्यापारी से जुडा हुआ है। किसान को खाद, बीज के लिए व्यापारी के पास जाना पडता है। उन्होने कहा कि व्यापारियों को अन्य राज्यों की तरह सवा दो प्रतिशत आढत मिलनी चाहिए। वर्तमान में सहकारिता द्वारा क्रय करने पर उसे कमीशन मिलता है। उन्होने कहा कि पंजाब-हरयिणा के अनुरूप ही व्यवस्थाएं की जाए जिससे किसान व व्यापारी दोनो का भला होगा।
जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि भारतीय खाद्य निगम अन्य राज्यों में ऑन लाईन रजिस्ट्रेशन के बाद फसल क्रय करते है। उन्होने बताया कि खरीद किये गये मूंग व मुंगफली का भुगतान 26 दिसम्बर तक कर दिया गया है। अगर बैंको में अवकाश के कारण किसी किसान को राशि नही मिली है, तो एक-दो दिन में मिल जाएगी। उन्होने कहा कि गेहूॅं खरीद के समय गेहूॅ का उठाव नियमित रहना चाहिए। गेहूॅं खरीद के समय फसल की गुणवत्ता व नमी को लेकर भी कई बार बाते उठती है। भारतीय खाद्य नियम द्वारा प्रति पखवाड़ा भुगतान करने की प्रक्रिया में देरी नही करे, तो व्यवस्थाएं अच्छी बन सकती है।
बैठक में कृषि डिग्गियों के निर्माण व सोलर स्थापित करने की प्रगति पर चर्चा हुई। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री सन्तोष सहारण, पूर्व सांसद श्री शंकर पन्नू, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन श्री नखतदान बारहठ, उप पंजीयक श्री दीपक कुक्कड़, राजफैड के क्षेत्राय अधिकारी श्री रणवीर सिंह, तिलम संघ के महाप्रबन्धक श्री एम.के. पुरोहित, भारतीय खाद्य नियम के प्रबन्धक श्री अभिमन्यू स्वामी, मंडी सचिव श्री शिव सिंह भाटी, उपनिदेशक कृषि श्री सतीश शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
Tags
# Rajasthan
# Rajasthan News
# report exclusive
# sriganganagar
Share This

About satveer singh
sriganganagar
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
आपके सुझाव आमंत्रित
क्या कॉरपोरेट घरानों द्वारा चलाए जा रहे या पारिवारिक विरासत बन चुके मीडिया संस्थानों के बीच किसी ऐसे संस्थान की कल्पना की जा सकती है जहां सिर्फ पत्रकार और पाठक को महत्व दिया जाए? कोई ऐसा अखबार, टेलीविजन चैनल या मीडिया वेबसाइट जहां संपादक पत्रकारों की नियुक्ति, खबरों की कवरेज जैसे फैसले संस्थान और पत्रकारिता के हित को ध्यान में रखकर ले, न कि संस्थान मालिक या किसी नेता या विज्ञापनदाता को ध्यान में रखकर. किसी भी लोकतंत्र में जनता मीडिया से इतनी उम्मीद तो करती ही है पर भारत जैसे विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में मीडिया के वर्तमान माहौल में संपादकों को ये आजादी बमुश्किल मिलती है. वक्त के साथ-साथ पत्रकारिता का स्तर नीचे जा रहा है, स्थितियां और खराब होती जा रही हैं. अब हम निष्पक्ष व् स्वतंत्र रूप से जुड़ने का काम करने का प्रयास कर रहे हैं.
No comments:
Post a Comment
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे