श्रीगंगानगर। जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि गेहूं खरीद के समय नियमित रूप से गेहूं का उठाव होने से खरीद प्रक्रिया भली प्रकार से चलती रहेगी तथ अनाज मंडियों में व्यवस्था अच्छी होगी। खरीद की गई गेहूं का मंडी में स्टॉक नही होना चाहिए।
जिला कलक्टर बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाहॉल में गेहूं खरीद से संबंधित बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। बैठक में अधिकारियों, व्यापारियों ने बताया कि गेहूं का नियमित उठाव नही होने से समस्या उत्पन्न होती है। जिला कलक्टर ने निर्देश दिये कि प्रतिदिन क्रय की गई गेहूं का उठाव होना चाहिए। इसके लिये 60 प्रतिशत ट्राली तथा 40 प्रतिशत ट्रको से गेहूं उठाने पर चर्चा हुई। जिला कलक्टर ने कहा कि गेहूं खरीद के प्रथम दिन से ही ट्रालियों के साथ-साथ आवश्यकतानुसार ट्रक लगाये जाये तो किसानों को परेशानी नही होगी तथा उन्हें भुगतान भी जल्द मिलेगा। बैठक में चर्चा हुई कि प्रतिदिन लगभग 60 हजार कट्टे गेहूं के मंडी में आयेगें। केवल ट्रालियों से 60 हजार कट्टों का उठाव करना मुश्किल है। ऐसे में प्रारम्भ से ही ट्रक भी लगाये जाये, जिससे व्यवस्थाएं बेहतर बनी रहे।
जिला कलक्टर ने कहा कि गेहूं खरीद के पश्चात भारतीय खाद्य निगम द्वारा जो गोदाम लिये गये है, उनमें गेहूं लगाया जाये। खुले में गेहूं भिगने व खराब होने का डर रहता है। भारतीय खाद्य निगम द्वारा चार गोदाम खाली है, जिनकी क्षमता लगभग 16 लाख कट्टे रखने की है। जिला कलक्टर ने खरीद ऐजेंसियों को निर्देश दिये कि तुलाई में ऑनलाईन प्रक्रिया के दौरान ट्रालियां खड़ी न रहे, इसके लिये पर्याप्त व्यवस्था की जाये। ट्रालियों की लाईने नही लगनी चाहिए। अगर सर्वर डाउन होने की समस्या उत्पन्न होने पर इस कार्य को ऑफलाईन भी किया जा सकता है।
जिला कलक्टर ने एफसीआई को निर्देशित किया कि बारदाना की कोई कमी नही रहनी चाहिए। जिले में लगभग 1.20 करोड़ कट्टों की आवश्यकता रहेगी। वर्तमान में 75 लाख कट्टे उपलब्ध है। जिला कलक्टर ने कहा कि प्राप्त बारदाने को समान रूप से वितरित किया जाये। अधिकारी यह सुनिश्चित कर ले कि गेहूं खरीद शुरू होने से पूर्व आवश्यकता के अनुरूप बारदाना जिले में पहुंच जाये।
जिला कलक्टर ने कहा कि खरीद ऐजेंसियो द्वारा किसान की गेहूं खरीदने के बाद भुगतान में देरी नही होनी चाहिए। किसानों के बैंक खाते इत्यादि सावधानीपूर्वक भरे जाये, जिससे किसी तरह की असुविधा न हो। बैठक में गेहूं तुलने के बाद बैग खिंचाई की राशि पर चर्चा हुई। जिला कलक्टर ने कहा कि खरीद की व्यवस्था भली प्रकार से चले, इसके लिये एसडीएम व तहसीलदार भी नियमित रूप से मंडियों में व्यवस्था को देखेंगे तथा जिला कलक्टर स्वयं भी खरीद व्यवस्था पर नजर रखेगें।
बैठक में एडीएम सर्तकता श्री गोपालराम बिरदा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अजीत सिंह, एसडीएम श्री सौरभ स्वामी, श्री पृथ्वीपाल सिंह सन्धु, एफसीआई के प्रबंधक, केन्द्रीय सहकारी बैंक के प्रबंधक निदेशक श्री दीपक कुक्कड़, तिलम संघ के महाप्रबंधक श्री एम.के.पुरोहित, जिला परिवहन अधिकारी सुश्री सुमन सहित विभिन्न खरीद ऐजेंसियों के अधिकारी, मंडियों के सचिव, व्यापार मंडल के पदाधिकारियों, मजदूर एवं ट्रेक्टर ट्राली संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
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