Saturday, 16 March 2019

Home
crime
crime news in hindi
Hanumangarh
Hanumangarh News in Hindi
Hanumangarh - हनुमानगढ़ जेल में बंदी भिड़े, मोबाइल मिला
Hanumangarh - हनुमानगढ़ जेल में बंदी भिड़े, मोबाइल मिला
हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ जंक्शन में केन्द्रीय कारागृह में बंदियों का आपस में मोबाइल फोन पर बात करने को लेकर झगड़ा हो गया। इस झगड़े में एक बंदी को नौ बंदियों ने मिलकर पीट दिया। जेल स्टाफ ने बीच-बचाव किया। झगड़ रहे बंदियों के पास से एक मोबाइल फोन जब्त किया गया है। हनुमानगढ़ जंक्शन पुलिस के अनुसार सूरतगढ़ रोड पर स्थित केन्द्रीय कारागृह के एक जेलर द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर बंदी रवि उर्फ सुन्दर के साथ मारपीट करने के आरोप में रवि उर्फ काकू, राजा बली, विजय उर्फ सेठी, नाजिम, राहुल, नसीब, अल्लादित्ता, मिर्जा तथा मनोज आदि पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
जांच कर रहे एएसआई शम्भूदयाल ने बताया कि यह झगड़ा 13-14 मार्च की रात को हुआ। पुलिस को इसकी जानकारी कल शाम को जेलर द्वारा दी गई। जेलर ने इन बंदियों के झगड़े के दौरान मिले मोबाइल फोन को पुलिस के सुपर्द कर दिया है। पुलिस का कहना है कि जांच में पता चलेगा कि यह मोबाइल फोन जेल में किस बंदी का था और कहां से आया था। उल्लेखनीय है कि इस केन्द्रीय कारागृह में बंदियों के पास अकसर मोबाइल फोन मिलते रहते हैं। जेल की दीवार के साथ सडक़ मार्ग है। लोग बाहर से थैलियों में लपेटकर सिमयुक्त मोबाइल फोन चार्जन सहित अंदर फेंक देते हैं।
Tags
# crime
# crime news in hindi
# Hanumangarh
# Hanumangarh News in Hindi
Share This
About Report Exclusive
Hanumangarh News in Hindi
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
आपके सुझाव आमंत्रित
क्या कॉरपोरेट घरानों द्वारा चलाए जा रहे या पारिवारिक विरासत बन चुके मीडिया संस्थानों के बीच किसी ऐसे संस्थान की कल्पना की जा सकती है जहां सिर्फ पत्रकार और पाठक को महत्व दिया जाए? कोई ऐसा अखबार, टेलीविजन चैनल या मीडिया वेबसाइट जहां संपादक पत्रकारों की नियुक्ति, खबरों की कवरेज जैसे फैसले संस्थान और पत्रकारिता के हित को ध्यान में रखकर ले, न कि संस्थान मालिक या किसी नेता या विज्ञापनदाता को ध्यान में रखकर. किसी भी लोकतंत्र में जनता मीडिया से इतनी उम्मीद तो करती ही है पर भारत जैसे विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में मीडिया के वर्तमान माहौल में संपादकों को ये आजादी बमुश्किल मिलती है. वक्त के साथ-साथ पत्रकारिता का स्तर नीचे जा रहा है, स्थितियां और खराब होती जा रही हैं. अब हम निष्पक्ष व् स्वतंत्र रूप से जुड़ने का काम करने का प्रयास कर रहे हैं.
No comments:
Post a comment
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे