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राज्य सरकार टिड्डी नियंत्राण को लेकर गंभीर, हरसंभव संसाधन मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध -कृषि मंत्री

कृषि मंत्रा ने वीसी के माध्यम से जिला कलक्टर्स के साथ की टिड्डी नियंत्राण की समीक्षा

श्रीगंगानगर/जयपुर। कृषि मंत्री श्री लालचंद कटारिया ने कहा कि राज्य सरकार सीमावर्ती जिलों में टिड्डी नियंत्राण को लेकर गंभीर है और हरसंभव संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों को पूरी सतर्कता के साथ उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग करते हुए टिड्डी नियंत्राण के निर्देश दिए। 
श्री कटारिया गुरूवार को शासन सचिवालय में वीडियो कॉफ्रेंस के माध्यम से प्रभावित क्षेत्रा के जिला कलक्टर्स, टिड्डी चेतावनी संगठन एवं कृषि अधिकारियों के साथ प्रभावित क्षेत्रा, टिड्डी दल पर निगरानी, सर्वेक्षण एवं प्रबंधन तथा नियंत्राण की समीक्षा कर निर्देशित कर रहे थे। कृषि मंत्रा श्री कटारिया ने बताया कि प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की सीमा से सटे बाड़मेर और जैसलमेर जिले टिड्डी से ज्यादा प्रभावित है जहां आठ हजार हैक्टेयर क्षेत्रा में कीटनाशक का छिड़काव कर टिड्डी नियंत्राण किया गया है। जालोर जिले में भी दो दिन पहले टिड्डी मिली थी जिसे नियंत्रित कर लिया गया है। श्रीगंगानगर, बीकानेर एवं जोधपुर जिलों में अभी तक कहीं भी टिड्डी आने की सूचना नहीं मिली है, लेकिन सीमा से लगते क्षेत्रा में टिड्डी होने के कारण इन जिलों को भी अलर्ट पर रखा गया है और नियंत्राण के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने बताया कि टिड्डी पर फिलहाल पूरी तरह नियंत्राण है और किसी प्रकार का नुकसान नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के साथ पूर्ण सामंजस्य रखकर टिड्डी नियंत्राण में सहयोग लेने को कहा। 
कृषि मंत्रा ने बताया कि हमारी पहली प्राथमिकता किसान हित में टिड्डी पर पूरी तरह नियंत्राण करना है। इसके लिए फील्ड स्टाफ, कीटनाशक दवाई के छिड़काव एवं सर्वे के लिए आवश्यक वाहन सहित सभी संसाधन उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। खण्डीय संयुक्त निदेशक को अन्य स्थानों से कार्मिकों को टिड्डी प्रभावित इलाकों में अस्थाई रूप से नियुक्त करने का अधिकार दिया गया है ताकि जरूरत के अनुसार कार्मिकों को लगाया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को उपलब्ध संसाधनों का समुचित उपयोग करने के लिए टिड्डी दल की सूचना का पटवारी-ग्राम सेवक स्तर पर वेरिफाई कर कीटनाशक का छिड़काव करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वीकृत वाहनों के लिए संविदा दर शीघ्र तय कर उपयोग में लेना सुनिश्चित करने को कहा।        
कृषि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पवन कुमार गोयल ने जिला कलक्टर्स को स्थिति की निरंतर मॉनिटरिंग करने और वस्तुस्थिति के अनुसार संसाधनों की जरूरतों से अवगत कराने के निर्देश दिए। उन्होंने टिड्डी चेतावनी संगठन के अधिकारियों से टिड्डी नियंत्राण के लिए पाकिस्तान और गुजरात में हो रहे प्रयासों की जानकारी ली और निर्देशित किया।
कृषि मंत्रा ने खाद-बीज, वर्षा एवं फसल बुवाई की समीक्षा की
कृषि मंत्रा श्री लालचंद कटारिया ने वीसी के माध्यम से जिला अधिकारियों से जिलेवार खरीफ आदान व्यवस्था, वर्षा एवं फसल बुवाई की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने खाद-बीज की पर्याप्त उपलब्धता पर संतोष जाहिर करते हुए अधिकारियों को सतत् मॉनिटरिंग करते हुए किसानों को समय पर कृषि आदान उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने सही समय पर बीज वितरण की योजना बनाने के निर्देश दिए ताकि किसान को बीज के लिए कहीं भटकना नहीं पड़े। उन्होंने कहा कि अधिकारी गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें और कहीं से भी शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। उन्होंने हनुमानगढ़ जिले में खराब सोलर पम्प शीघ्र सुधरवाने के निर्देश दिए। 
अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पवन कुमार गोयल ने फसल प्रदर्शन की पेंडिंग लायबिलिटी पर नाराजगी जाहिर करते हुए सप्लायर्स की समय पर बिल पेश करने की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए। सामग्री सप्लाई के 15 दिन के भीतर भुगतान करने के लिए अधिकारियों को पाबंद किया। वीडियो कॉफ्रेंस में कृषि आयुक्त डॉ. ओमप्रकाश, कृषि विभाग के संयुक्त शासन सचिव श्री एसपी सिंह, कृषि मंत्रा के विशिष्ट सहायक श्री विभू कौशिक सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे। 

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