श्रीगंगानगर। जिला पुलिस अधीक्षक श्री हेमन्त शर्मा के निर्देशानुसार चलाये जा रहे नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत पैबंद योजना के तहत पुलिस थाना हिन्दुमलकोट द्वारा चयनित गांव खाटलबाना के राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय में नशा मुक्ति जनजागृति कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार को थाना के सहयोग से किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी श्री विष्णुदत्त स्वामी ने मुख्य अतिथि के रूप में नशे को मानवता का दुश्मन बताते हुए विधार्थियों को इससे बचने, बचाने का संदेश दिया। कार्यक्रम में नशामुक्ति विशेषज्ञ डॉ. रविकान्त गोयल ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने संबोधन में कहा कि नशीले पदार्थ व्यक्ति को शारीरिक व मानसिक रूप से गुलाम बनाते है। साथ ही आर्थिक व सामाजिक तौर पर भी बर्बाद कर देते है। नशा करने वाला व्यक्ति नशे का गुलाम बनकर दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो जाता है। डॉ. गोयल ने नशे के दुष्परिणामों की जानकारी देते हुए नशे से स्वंय बचने, बचाने, नशा छोड़ने व नशे के आदी लोगों को नशामुक्त करने के सरल उपायों की जानकारी देते हुए उपस्थित जनसमूह को जीवनभर नशा न करने की शपथ दिलाई।
कायक्रम में पैरालिगल वोलिंटियर इन्द्रमोहन सिंह जुनेजा ने विधार्थियों को नशे से दूर रहने की नसीहत देते हुए कहा कि नशे का सेवन विधार्थियों के लिये अनेक प्रकार से हानिकारक होता है। नशा करने वाला जीवन में पिछड़ जाता है। नशे के कारण अपराधी बनकर समाज पर बोझ बन जाता है, इसलिये नशे से दूर रहने में ही भलाई है। डॉ. गोयल ने नशे से पीड़ित रोगियों की मौके पर ही जांच कर परामर्श प्रदान किया।
कार्यक्रम में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी श्री विष्णुदत्त स्वामी ने मुख्य अतिथि के रूप में नशे को मानवता का दुश्मन बताते हुए विधार्थियों को इससे बचने, बचाने का संदेश दिया। कार्यक्रम में नशामुक्ति विशेषज्ञ डॉ. रविकान्त गोयल ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने संबोधन में कहा कि नशीले पदार्थ व्यक्ति को शारीरिक व मानसिक रूप से गुलाम बनाते है। साथ ही आर्थिक व सामाजिक तौर पर भी बर्बाद कर देते है। नशा करने वाला व्यक्ति नशे का गुलाम बनकर दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो जाता है। डॉ. गोयल ने नशे के दुष्परिणामों की जानकारी देते हुए नशे से स्वंय बचने, बचाने, नशा छोड़ने व नशे के आदी लोगों को नशामुक्त करने के सरल उपायों की जानकारी देते हुए उपस्थित जनसमूह को जीवनभर नशा न करने की शपथ दिलाई।
कायक्रम में पैरालिगल वोलिंटियर इन्द्रमोहन सिंह जुनेजा ने विधार्थियों को नशे से दूर रहने की नसीहत देते हुए कहा कि नशे का सेवन विधार्थियों के लिये अनेक प्रकार से हानिकारक होता है। नशा करने वाला जीवन में पिछड़ जाता है। नशे के कारण अपराधी बनकर समाज पर बोझ बन जाता है, इसलिये नशे से दूर रहने में ही भलाई है। डॉ. गोयल ने नशे से पीड़ित रोगियों की मौके पर ही जांच कर परामर्श प्रदान किया।
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