श्रीगंगानगर।(सतवीर मेहरा) जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि सरकार का फोकस प्वाईंट जनसमस्याओं को सुनकर उसका निपटारा करना है। उन्होंने कहा कि जो समस्या जिस स्तर की है, उसका समाधान उसी स्तर पर होना चाहिए।
जिला कलक्टर श्री नकाते बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाहाॅल में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह जिले में 2851 प्रकरण 181 हैल्पलाईन पर दर्ज थे, जो घटकर 1950 रह गये है। शेष प्रकरणों को भी निर्धारित समय में निस्पादित किया जाये। जिला कलक्टर ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे संबंधित प्रकरणों का समयावधि में निपटारा करें।
श्री नकाते ने सीमांत क्षेत्र विकास योजना के तहत वर्ष 2017-18 के पेयजल के 5, सार्वजनिक निर्माण विभाग के 2 तथा वर्ष 2018-19 के पेयजल के 16, विधुत के 3 तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग के 12 स्वीकृत कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जो कार्य प्रगतिरत है, उनका उपयोगिता प्रमाण पत्र तत्काल दें।
जिला कलक्टर ने कहा कि सूरतगढ में संचालित सुपर थर्मल द्वारा जनोपयोगी कार्यो के लिये निर्माण व विकास कार्य 2.5 करोड़ रूपये की राशि से करवाये जायेगें। थर्मल के 20 किलोमीटर परिधि में शिक्षा, पेयजल, चिकित्सा, वन, समाज कल्याण, खेल तथा सड़क इत्यादि के प्रस्ताव तैयार करें। 20 किलोमीटर के बाहर भी ऐसे कार्य जिनका लाभ थर्मल क्षेत्र के निवासियों को मिलता हो, के प्रस्ताव भी लिये जा सकते है।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सौरभ स्वामी, एडीएम प्रशासन डाॅ.गुंजन सोनी, न्यास सचिव डाॅ. हरितिमा, पेयजल के अधीक्षण अभियंता श्री बलराम शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री सहीराम, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. गिरधारी लाल, विधुत के श्री जे.एस.पन्नू, जल संसाधन के श्री प्रदीप रूस्तगी, जिला परिवहन अधिकारी सुमन, थर्मल के मुख्य अभियंता, औषधि विभाग के सहायक निदेशक डी.एस.उप्पल, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी श्री विष्णुदत्त स्वामी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
जिला कलक्टर श्री नकाते बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाहाॅल में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह जिले में 2851 प्रकरण 181 हैल्पलाईन पर दर्ज थे, जो घटकर 1950 रह गये है। शेष प्रकरणों को भी निर्धारित समय में निस्पादित किया जाये। जिला कलक्टर ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे संबंधित प्रकरणों का समयावधि में निपटारा करें।
श्री नकाते ने सीमांत क्षेत्र विकास योजना के तहत वर्ष 2017-18 के पेयजल के 5, सार्वजनिक निर्माण विभाग के 2 तथा वर्ष 2018-19 के पेयजल के 16, विधुत के 3 तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग के 12 स्वीकृत कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जो कार्य प्रगतिरत है, उनका उपयोगिता प्रमाण पत्र तत्काल दें।
जिला कलक्टर ने कहा कि सूरतगढ में संचालित सुपर थर्मल द्वारा जनोपयोगी कार्यो के लिये निर्माण व विकास कार्य 2.5 करोड़ रूपये की राशि से करवाये जायेगें। थर्मल के 20 किलोमीटर परिधि में शिक्षा, पेयजल, चिकित्सा, वन, समाज कल्याण, खेल तथा सड़क इत्यादि के प्रस्ताव तैयार करें। 20 किलोमीटर के बाहर भी ऐसे कार्य जिनका लाभ थर्मल क्षेत्र के निवासियों को मिलता हो, के प्रस्ताव भी लिये जा सकते है।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सौरभ स्वामी, एडीएम प्रशासन डाॅ.गुंजन सोनी, न्यास सचिव डाॅ. हरितिमा, पेयजल के अधीक्षण अभियंता श्री बलराम शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री सहीराम, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. गिरधारी लाल, विधुत के श्री जे.एस.पन्नू, जल संसाधन के श्री प्रदीप रूस्तगी, जिला परिवहन अधिकारी सुमन, थर्मल के मुख्य अभियंता, औषधि विभाग के सहायक निदेशक डी.एस.उप्पल, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी श्री विष्णुदत्त स्वामी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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