गांव प्रंकरण की जांच करती पुलिस। |
चारणवासी। गांव की सूरज पूरी की समाधि व उप स्वास्थ्य केंद्र के निरस्त किए गए पट्टों को पंचायत समिति की स्टेनिंग कमेटी द्वारा निरस्त करने का मामला न्यायलय में पहुंच गया। न्यायलय के आदेश में पट्टा निरस्त प्रंकरण की पुलिस ने जांच शुरू कर दी। जिसकों को लेकर गांव के नीकू राम कुहाड़,राजपाल खोथ,गोविन्द भाम्मू व श्रवण कुमार न्यौल द्वारा न्यायलय में परिवाद प्रस्तुत कर आरक्षित जगह के पट्टे निरस्त कर ग्राम पंचायत द्वारा निजी व्यक्तियों के पट्टे जारी करने के मामले की जांच करवाने की अपील की गई। न्यायलय ने मामले की जांच करने के आदेश पुलिस को दिए। फेफाना पुलिस चौकी प्रभारी लाल बहादुर मीणा के नेतृत्व में हवलदार मोहर सिंह सहित टीम ने निरस्त पट्टों के स्थानों की पैमाइश कर ग्रामीणों के बयान दर्ज किए ओर सन् 1996 के तत्कालीन सरपंच हरीसिंह सिहाग से जगह आरक्षित कर पट्टे जारी करने की पूर्ण जानकारी जुटाई। जांच अधिकारी लाल बहादुर मीणा ने बताया कि पुलिस आरक्षित जगह पर पट्टा जारी करने वाले सरपंच ,ग्राम विकास अधिकारी व पट्टे निरस्त करने वाली कमेटी,एडीएम के चल रही अपील सहित बिन्दुओं की रिपोर्ट प्राप्त कर पूर्ण जांच कर फाइल न्यायलय में पेश करेगी।
ये था मामला:
गांव में सूरज पूरी की समाधि थी। जहां ग्रामीणों की आस्था को देखते हुए सन् 1996 के तत्कालीन सरपंच हरीसिंह सिहाग ने सुरजपुरी महाराज व उप स्वास्थ्य केंद्र के नाम जगह आरक्षित कर पट्टे जारी किए थे। लेकिन डेढ साल पूर्व राजनीति हस्तपेक्ष के कारण प्रधान अमर सिंह पूनियां के नेतृत्व में संचालित पंचायत समिति की स्थाई स्टेनिंग कमेटी द्वारा दोनों पट्टे निरस्त कर दिए ओर ग्राम पंचायत ने निजी पट्टे बना दिए। वहीं पट्टे बहाल करवाने की अपील नोहर एडीएम कोर्ट में विचारधीन है। ग्रामीण मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे,सांसद राहुल कस्वां,विधायक अमित चाचाण के से मिल चुक पट्टे बहाल करवाने की मांग कर चुके है।
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