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Sameja kothi-सामुदाायिक अस्पताल,डॉक्टर एक, चार पद खाली फिर भी जिम्मेदार नेता मौन

  • 30बैड का अस्पताल पर लगे लगभग 8,
  • महिला रोग व प्रसुति विशेषग्य डॉक्टर की कमी।
  • समेजा में 5 डॉक्टरो की जगह 1 ही नियुक्त।

समेजा कोठी।(श्रीगंगानगर) राज्य सरकार  गांवों में बेहतर चिकित्सा सुविधा देने का दावा तो जरूर कर रही हैं पर वास्तविक धरातल पर कथनी व करनी में बहुत अन्तर दिखाई दे रहा हैं।समेजा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में तो सरकार ने पांच डॉक्टरों के पद मंजूर कर रखे हैं पर अस्पताल में एक डॉक्टर कार्यरत हैं बाकी चार पद रिक्त पड़े हैं।कुछ समय पहले एक डॉक्टर यहा लगाया था जिससे राहत मिली थी लेकिन कुछ महिने बाद ही डॉक्टर को कही और लगा दिया जिससे स्थिति जस की तस हो गई। समेजा का क्षैत्र लम्बा चौडा होने के कारण एक डॉक्टर को मरीज देखने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं,क्योंकि समेजा अस्पताल में 108 की आपातकालीन सेवाये भी दी जा रही हैं ऐसे में एक डॉक्टर की तो नींद तक पुरी नही हो पाती।स्वास्थ्य सेवाओं की वास्तविकता देखने पर पता चल जाता हैं की आखिर सरकार ग्रामीणों को कितनी चिकित्सा सुविधा दे रही हैं।अस्पताल में डॉक्टर रमेश सर्वा अनुभवी व मेहनती तो हैं पर पांच डॉक्टर का काम एक कैसे करे।अस्पताल में एक लैब टेक्नीशयन का पद स्वीकृत हैं पर वह भी रिक्त पड़ा हैं।एएनएम का अस्पताल में एक पद हैं वह भी रिक्त पड़ा हैं।नर्स सैकण्ड ग्रेड की 6 पोस्ट हैं जिसमें रिक्त हैं।नर्स का एक पद हैं वह भी रिक्त हैं।एलएचबी का पद भी रिक्त पड़ा हैं।एलडीसी  का पद भी अस्पताल में खाली पड़ा हैं।वार्ड वॉय का भी एक पद खाली पड़ा हैं।रेडियोग्राफर का पद भी रिक्त पडा हैं। हालात देखने से पता चलता हैं कि सरकार ग्रामीण ऐरिया के प्रति कितनी लापरवाह हैं।अस्पताल में 30 बैंडो की मंजूरी हैं पर वर्तमान में स्थान के अभाव में लगभग 8 बैंड ही लगे हैं।सरकारी अस्पताल में अवस्था का आलम हैं पर सरकार को कोई परवाह नही।
वही गर्भवती महिलाओं को महिला डॉक्टर(प्रसूती विश्षग्य) के अभाव परेशानी का सामना करना पड़ता हैं।रविवार के दिन तो स्थिति  चिन्ताजनक मिलेगी वही रात्रि कालिन ड्युटी का निरीक्षण करे तो स्थिति स्प्ष्ट दिख जायेगी।

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