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विधानसभा में चर्चा के दौरान बोले विधायक गौड़ पेयजल एवं सिंचाई विभाग से सम्बन्धित थी चर्चा

विधानसभा में चर्चा के दौरान बोले विधायक श्री गौड़
पेयजल एवं सिंचाई विभाग से सम्बन्धित थी चर्चा
श्रीगंगानगर,। गंगानगर विधाधक श्री राजकुमार गौड़ ने विधानसभा में बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी ने सिंचाई व पेयजल योजनाओं के लिए बहुत-बड़ा बजट दिया है, निश्चित रूप से यह राजस्थान में विकास की गति को और तेज करेगा। जहां तक पानी का सवाल है मेरे से पूर्व तमाम वक्ताओं ने पानी के ऊपर चिंता व्यक्त की। पानी की समस्या के बारे में बताया और राजस्थान को जितनी पानी की महत्ता का मालूम है, उतना शायद दूसरे प्रदेशों को नहीं होगा। 
आज से नहीं बहुत वर्षों से पानी को देवता मानते हैं, हम देवता मानकर पूजते हैं। अभी मेरे से पूर्व बहन जी कह रही थी रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून। पानी गए न ऊबरे मोती, मानस, चून। यह आदमी के लिए विनम्रता की बात करता है। गुरु ग्रंथ साहिब में कहा गया है, ‘पवन गुरु, पानी पिता, माता धरती महत‘ जब-जब भी महापुरुषों ने बात की, पानी को पूजने की बात कि इससे हम समझ सकते हैं कि आज पानी का कितना महत्व है। आजादी के समय की बात करें तो उस समय राजस्थान में पानी कहां था। आजादी के बाद कितनी महत्वपूर्ण योजनाएं बनी। आजादी के तुरंत बाद जो योजना हमारे जिले में आती है, भाखड़ा के माध्यम से पंडित जवाहरलाल नेहरु जी ने उस समय भाखड़ा नांगल डैम बनाया और कितनी बड़ी लंबी सोच थी मैं सोचता हूं कि देश को कैसे आगे ले जाना है। उससे पूर्व कि अगर मैं बात करूं तो गंगानगर, हनुमानगढ़ जिला, आगे इंदिरा गांधी कैनाल तो अब जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर तक पहुंच गई। 1927 में अंग्रेजों का राज था। बीकानेर रियासत के महाराजा गंगा सिंह जी थे। 1927 में उन्होंने योजना बनाई कि बीकानेर डिवीजन में जिसमें गंगानगर भी शामिल है एक कैनाल लाई जाए पंजाब से और उससे इस एरिया को हरा-भरा किया जाए। अंग्रेजों का शासन, परमिशन मिलनी बड़ी मुश्किल। यंत्र तंत्र कोई था नहीं, मशीन थी नहीं, आदमियों के माध्यम से, ऊंटों के माध्यम से उस योजना को मूर्त रूप दिया और जो वहां मजदूर जाते थे काम करने के लिए तो सभापति महोदय, मुश्किल थी कि पीने का पानी उनको कैसे मिले तो उसके लिए उस गंग कैनाल के साथ-साथ एक नाला और लाया गया कि उनको पीने के लिए पानी मिले और 1927 में गंगानगर में महाराजा गंगा सिंहजी की कृपा से गंग कैनाल बनी। मैं सोचता हूं इससे बड़ी कोई बात हो नहीं सकती। आज गंगानगर को गंग कैनाल के माध्यम से पानी मिल रहा है,भाखड़ा के माध्यम से पानी मिल रहा है
इंदिरा गांधी केनाल के माध्यम से पानी मिल रहा है। मेरे कुछ मित्र रहे थे कि 70 साल में क्या हुआ,  70 साल में वह हुआ जो पंडित नेहरू और इंदिरा गांधी ने किया था। उन्हीं की आज देन है कि यह बड़ी बड़ी योजनाएं हमारे यहां हैं। मैं राजीव गांधी जी को भी याद करना चाहूंगा,नोहर और भादरा के मेरे साथी बैठे हैं,जब गंगानगर जिला एक ही हुआ करता था तो मैंने वहां देखा है,पीने को पानी था नहीं, खारा पानी होता था, नहा नहीं सकते थे। लोग कहा करते थे कि इस इलाके में कौन भागीरथ होगा जो पानी लायेगा। उस एरिये में सावा लिफ्ट योजना बनी, हो सकता है पूरा पानी अभी नहीं मिल रहा होए, पर बहुत बड़ा एरिया उससे प्रभावित हुआ और पानी मिल रहा है। मैं जिन तीन योजनाओं की बात कर रहा हूं, राज्य सरकार ने अभी इंदिरा गांधी केनाल की सफाई की बात की है। मैं मंत्राी जी को कहना चाहूंगा कि यह बहुत बड़ा काम आपने हाथ में लिया है। 70 दिन की बंदी की बात हम कर रहे हैं, जिसमें 40 दिन हम पीने का पानी देंगे, 30 दिन की पूरी बंदी रखेंगे। मैं आपसे निवेदन करना चाहूंगा कि इन 70 दिनों में अच्छा काम हो। बहुत पुरानी नहर हो गई है और जब अच्छा काम हो जाये व रिलाइनिंग हो जायेगी तो निश्चित रूप से इसमें हम लोगों को ज्यादा पानी मिलेगा। इसके लिये मैं आपसे निवेदन करना चाहूंगा कि आप इस तरफ अधिकारियों को कह कर पूरे समय में अलग अलग ठेकेदारों को काम देकरए, अलग-अलग बुर्जियों का अलग-अलग ठेकेदारों को काम देकर समयावधि में काम पूरा करावें और गुणवत्ता पूर्वक काम करावें।
आइजीएनपी के बाद मैं आपसे बात करना चाहूंगा कि फिरोजपुर फीडर की मरम्मत के लिये, उसकी डीपीआर के लिये बहुत समय से आपसे बात कर रहे हैं। मैं मुख्य मंत्री जी का आभार प्रकट करना चाहूंगा कि आप दो बार पंजाब गये। पंजाब के मुख्य मंत्री जी से आपने बात की। पंजाब के मुख्य मंत्री जी ने आश्वासन दिया कि हम जल्दी ही फिरोजपुर फीडर के पुनर्निर्माण के लिये डीपीआर बनायेंगे। मैं आपसे जानना चाहूंगा कि यह काम कितना प्रगति पर है, कब तक इसकी डीपीआर बन जायेगी और डीपीआर बनने के बाद कब यह काम शुरू हो जायेगा। जिस दिन यह डीपीआर बन गई और यह काम बन गया, उस दिन से हम लोगों को जो गंग केनाल में पानी में उतार चढ़ाव आता है, वह बंद हो जायेगा और हम लोगों को पूरा पानी मिलेगा।
मैं आपका ध्यान इस ओर भी आकर्षित करना चाहूंगा कि अप्रैल माह में गंग केनाल की सफाई के लिये भी बंदी की योजना सरकार ने बनाई है। सिंचाई विभाग ने, जिला प्रशासन ने 4 अप्रैल से 25 अप्रैल तक बंदी की बात की है। पंजाब के एरिये में जो हमारी नहर है, गंग केनाल का निर्माण 1927 में महाराजा गंगा सिंह जी ने किया और उसके बाद 2000 आते-आते ही यह नहर बिल्कुल क्षतिग्रस्त हो गई थी। लोग कहने लग गये थे कि यह गंगानगर का इलाका उजड़ जायेगा। मैं मुख्य मंत्राी अशोक गहलोत जी को बधाई देना चाहता हूं कि जब प्रथम बार आप मुख्य मंत्री बने तो सन 2000 में आपने 446 करोड़ रुपया देकर गंग केनाल का पुनर्निर्माण करवाया। उसी की वजह से आज गंग केनाल भरी है। दूसरी बार जब मुख्य मंत्री बने वह 446 करोड़ रुपया 775 करोड़ हो गया। 775 करोड़ रुपये लगा कर उस नहर का पुनर्निर्माण कराया। मैं आपसे निवेदन करना चाहूंगा कि अब समय आ गया है कि पंजाब क्षेत्र में जो एरिया है, 45 आरडी से लेकर खखा हैड तक, इसकी पुनः सफाई योजना और पुनर्निर्माण योजना पंजाब सरकार को कराना है। मुझे जैसा ज्ञात हुआ है कि पंजाब सरकार ने 2 करोड़ 10 लाख की योजना आपको भेजी है। मैं चाहूंगा कि इसी मार्च माह में वह पैसा स्वीकृत होकर पंजाब को चला जाये जिससे हमारी गंग केनाल की मरम्मत भी हो जाये। उसकी सफाई कराना भी बहुत जरूरी है। सफाई होने के बाद आज जो हम 2000 से 2200 क्यूसेक पानी ले रहे हैं, वह पानी हम 2500 क्यूसेक से ज्यादा लेने लग जायेंगे और उससे हम लोगों को फायदा होगा।
मैं एक बात और आपसे कहना चाहूंगा कि पंजाब सरकार ने करीब 6 माह पूर्व हम लोगों से करीब करीब 1 करोड़ रुपया बीकानेर केनाल को साफ करने के लिये मांगा था। माननीय मुख्य मंत्री जी ने एक सप्ताह में 98 लाख रुपया पंजाब सरकार को भेज दिया था। उसमें कई स्थानीय समस्याएं है। हमारा वह 98 लाख रुपया भेजा हुआ पंजाब सरकार के पास वैसा ही पड़ा है। मैं आपसे निवेदन करना चाहूंगा कि मुख्य मंत्री जी अपना प्रभाव यूज करते हुए उस केनाल को भी साफ करावें। हम वहां देखने के लिये गये थे, उस केनाल को हम देखकर आये। मुझे प्रसन्नता हुई जब मैंने वहां मुख्य मंत्री जी का शिलान्यास करा हुआ पत्थर देखा कि इस नहर को 446 करोड़ रुपये से ठीक करा रहे हैं। पंजाब सरकार कह रही है कि हम बीकानेर केनाल के साथ दूसरी केनाल बनाकर पानी देंगे। उस पर जो भी सरकारी स्तर पर हो, मैं आपसे निवेदन करूंगा कि आप उसको जल्दी करने की कोशिश करें जिससे हम लोगों को फायदा मिले।
  गंगानगर जिले में, हनुमानगढ जिले में सबसे बड़ी कोई समस्या है तो वह पानी की समस्या है, सही डिस्ट्रिब्यूशन न होने की समस्या है। जब-जब भी किसानों के बड़े आंदोलन हुए हैं तो वह पानी के लिये हुए हैं। आंदोलनों की अगर मैं बात करूं तो 2003-08 में जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी, घड़साना-रावला में किसान पानी मांग रहे थे। मैं आपसे निवेदन करना चाहूंगा कि गंगानगर, हनुमानगढ़ जिले के लोगों की नहीं, पूरे बीकानेर डिविजन की बात करना चाहूंगा क्योंकि पानी की बहुत आवश्यकता है और यह सिंचाई का पानी मिलेगा तो राजस्थान तो मजबूत होगा ही, गंगानगर जिला आपके पूरे प्रदेश का पेट नहीं, देश के और राज्यों का भी पेट भरने के लायक बन जायेगा। इसलिए मैं निवेदन करना चाहूंगा कि इन योजनाओं की आप घोषणा करें और जल्दी से जल्दी इसमें काम हो।
       पीने के पानी की बात की, केन्द्र सरकार को हम लोगों ने निवेदन किया, मुख्य मंत्री जी ने निवेदन किया। मैं भाजपा के सभी साथियों से दुबारा कहना चाहूंगा कि आप भी कोशिश कीजिएए अपने मेम्बर्स आॅफ पार्लियामेंट को कहि, जितना ज्यादा पैसा आयेगा, राजस्थान में अभी भी बहुत इलाका है। हम याद करें आज से 40 साल पहले और आज को, तो बहुत अंतर आया है। जिन रास्तों पर हम जा नहीं सकते थे, गंगानगर से बीकानेर जाने में अगर 20 साल पहले की बात करूं तो सुबह से शाम तक लग जाते थे। आज चार घंटे में बीकानेर जाकर वापस आ सकते हैं, तो बहुत तरक्की हुई है, कोई कमी नहीं है। कल्ला जी भी जब बीकानेर जाते होंगे तो देखते होंगे बड़े बड़े टीले हैं, जंगल हैं, फव्वारा चल रहा है, गेहूं और सरसों लगी हुई है, यह सरकार के कारण ही है। सरकार इसी तरह अगर काम करें जिससे पीने का पानी मिल सके। मैं निवेदन कर रहा था कि हमारे यहां तो पानी की तीन योजनाएं हैं परंतु उसके बावजूद भी आज भी ढाणियों में पानी नहीं है। ढाणियों में पानी कैसे दें, माननीय मुख्य मंत्री जी ने पिछले कार्यकाल में एक योजना बनाई थी 5-5 ढाणियों में बिजली के लिये कनेक्शन दिये थे। मैं आपसे निवेदन करना चाहूंगा कि उसी तरह से सरकार इसकी कोई बड़ी योजना बनाये। एक गांव में आदमी बैठा है, ढाणी में बैठा है, वह देखता है कि मेरे 500 मीटर की दूरी से पाइप लाइन जा रही है और मुझे पानी नहीं मिल रहा तो निश्चित रूप से वह हम लोगों पर भी दबाव बनाता है और हम आप पर दबाव बनाते हैं। इस तरह की योजना बनाई जाये जिससे लोगों को ढाणी में पानी मिले। 
श्री राजकुमार गौड़ ने कहा कि मैं स्वच्छ पानी के लिये आपसे फिर निवेदन करना चाहूंगा कि मैं कई बार कह चुका हूं कि पंजाब से जो पानी आ रहा है वह बहुत गंदा पानी आ रहा है, जहरीला पानी आ रहा है, यूरिया का पानी आ रहा है, चमड़े का पानी आ रहा है, उस पानी को किसी तरह से बंद कराएं। मेरी लगातार प्रिंसिपल सैक्रेटरी, जल संसाधन से भी बात होती है, वह भी काफी कोशिश कर रहे हैं। मुख्य मंत्री जी पंजाब जाकर बात कर के आये हैं। मैं सरकार से कहना चाहूंगा कि आप इस काम को जल्दी हाथ में लेकर इस काम को जितना जल्दी पूरा करा देंगे, उतने लोग बच जायेंगे। वरना लोग काल के ग्रास बन रहे हैं,  केंसर फैल रहा है। 

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