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आईएनएस विक्रांत शिपयार्ड में चोरी के मामले में राजस्थान में NIA की छापेमारी


हनुमानगढ़। केरल के कोच्चि शिपयार्ड से चोरी के लगभग आठ महीने बाद बुधवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को बड़ी सफलता हाथ लगी है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बिहार के मुंगेर जिले के रहने वाले 23 वर्षीय सुमित कुमार सिंह और राजस्थान हनुमानगढ़ जिले के रहने वाले 22 वर्षीय दयाराम को गिरफ्तार किया है। 


दरअसल मामला एक वर्ष पहले दक्षिण के कोचीन बंदरगाह पर निर्मित हो रहे जलपोत के कम्प्यूटर से हार्ड डिस्क चोरी कर फरार होने से जुड़ा है। NIA के सूत्रों की माने तो राष्ट्रीय जांच एजेंसी इस बात को भी मानती है कि हार्ड डिस्क को चोरी करने के पीछे कोई बड़ा मकसद हो सकता है साथ ही अंदेशा इस बात का भी लगाया जा रहा है कि मामले में कोई बड़ी साजिश का भी पर्दाफास हो सकता है। 

ऐसे पकड़ में आया आरोपी
मिली जानकारी के अनुसार मुख्य आरोपित के सहयोगी नोहर कस्बे के युवक दयाराम पुत्र भंवरलाल  राष्ट्रीय जांच एजेन्सी की टीम (NIA) ने भादरा पुलिस के सहयोग से मंगलवार देर रात्रि को गिरफ्तार किया। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम गिरफ्तार युवक दयाराम को लेकर कोचीन के लिए रवाना हो गई है।


स्थानीय पुलिस को नहीं लगी भनक
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस कार्रवाई को करने के लिए स्थानीय पुलिस की मदद नही लेते हुए पास लगती भादरा तहसील पुलिस की मदद ली गयी। इस बात का भी अंदेशा लगाया जा रहा है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी को इस बात का डर था कि कहीं स्थानीय पुलिस के जरिये बात लीक हुई तो आरोपी फरार हो सकता है। इसके चलते कार्रवाई अत्यन्त गोपनीय तरीके से की गयी। इस दौरान नोहर पुलिस को भी भनक नहीं लगी।

मुंगेर इंजीनियर से जुड़े तार
जब उस सम्बन्ध में जनाकरी खंगाली गयी तो जनाकरी सामने आई कि मुंगेर (बिहार) के एक इंजीनियर युवक के पास नोहर निवासी दयाराम पुत्र भंवरलाल नौकरी करता था। इस दौरान उन्हें कोचीन बंदरगाह पर मर्चेन्ट नेवी के जलपोत पर हेल्पर टेक्नीशियन के रूप में कार्य मिला। इस दौरान ही मुंगेर (बिहार) निवासी युवक जलपोत के कम्प्यूटर से हार्ड डिस्क चोरी करने की घटना को अंजाम देकर गायब हो गया था। उसके बाद दयाराम भी वहां से वापस लौट आया। इस घटना को लेकर हुई जांच में दोनों की गिरफ्तारी के प्रयास राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम ने शुरू कर दिए। इस घटना में आरोपित की गिरफ्तारी पर पांच लाख रूपए का ईनाम रखा गया। 

बीकानेर आईजी से NIA ने मांगी थी मदद
इस जांच के चलते एनआईए की टीम ने बीकानेर आईजी से सम्पर्क कर दयाराम की गिरफ्तारी में सहयोग करने का आग्रह किया। जिस पर पुलिस की टीम को सक्रिय व गोपनीय मानते हुए यह ड्यूटी दी गई। एनआईए (NIA) की टीम का सहयोग करते हुए पुलिस थाना प्रभारी पुष्पेन्द्र सिंह झाझडिय़ा के निर्देशन में हैड कांस्टेबल जगमोहन, कांस्टेबल रणसिंह, विकास, बाबूलाल, रोहताश, रणवीर एवं महिला कांस्टेबल सरोजबाला ने योजना बनाकर कांस्टेबल सरोजबाला महिला चिकित्सक बनकर व अन्य सभी स्वास्थ्य कर्मी बनकर दयाराम के घर में घुसे व उसे काबू में कर मौके पर कार्यवाही में सम्मलित एनआईए की टीम को सुपुर्द कर दिया। दूसरी तरफ एनआईए की टीम ने मंगलवार रात्रि को ही बिहार के मुंगेर में कार्यवाही करते हुए मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया था। दोनों की गिरफ्तारी मंगलवार आधी रात को की गई। वहीं इस मामले में गिरफ्तारी के बाद अभी कुछ खुलासे भी सामने आने के अंदेशे लगाए जा रहे है। फिलहाल भादरा पुलिस ने आरोपित युवक को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दिया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की जांच के बाद भी कुछ कहा जा सकता है।

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