Advertisement

Advertisement

श्रीगंगानगर जिला स्तरीय माॅनिटरिंग समिति की प्रथम बैठक जिले में किन्नू व गाजर का बनेगा कलस्टर


10000 किसान उत्पादक संगठनो (एफपीओ) के संवर्धन एवं गठन के लिए केन्द्रीय क्षेत्रयोजना

के तहत
श्रीगंगानगर जिला स्तरीय माॅनिटरिंग समिति की प्रथम बैठक
जिले में किन्नू व गाजर का बनेगा कलस्टर
श्रीगंगानगर, 8 सितम्बर। देश भर मे अगले पाँच वर्षो मे 10000 किसान उत्पादक संगठनो (एफपीओ) के संवर्धन एवं गठन के लिये भारत सरकार द्वारा एक केन्द्रीय क्षेत्र योजना बनाई गई है, जिसका शुभारंभ माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 29 फरवरी 2020 को किया जा चुका है ।
इस योजना के तहत जिले के लिए बनी जिला स्तरीय माॅनिटरिंग समिति (डी-एमसी) की प्रथम बैठक 07 सितम्बर 2020 को मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद श्रीमती टीना डाबी की अध्यक्षता मे जिला परिषद भवन मे आयोजित की गयी, जिसमे उपनिदेशक (कृषिविस्तार) डाॅ. जी आर. मटोरिया, संयुक्त निदेशक, कृषि विपणन विभाग श्री डी एल कालवा,एलडीएम श्री सतीश जैन, सहायक निदेशक उद्यान विभाग श्री अमर सिंह, संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग  डाॅ. हुकमा राम, परियोजना निदेशक आत्मा श्री हरबंस सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषिविज्ञानकेंद्र श्री भूपेंद्र शेखावत, उपरजिस्ट्रार सहकारी समितियां श्री जी एस बंसल एवं जिला मत्स्य अधिकारी श्री इरशाद खान भी उपस्थित रहे। बैठक का संयोजन जिला विकास प्रबन्धक नाबार्ड श्री चंद्रेश कुमार शर्मा द्वारा किया गया।  
सीईओ जिला परिषद श्रीमती टीना डाबी ने बताया कि इस योजना के उद्देश्यों मे कृषि क्षेत्र की उत्पादकता एवं किसानो की आय को बढ़ावा देना, नए एफपीओ की 5 वर्ष तक इनपुट, उत्पादन, प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन, बाजार लिंकेज, क्रेडिट लिंकेज एवं तकनीकी हस्तांतरण के द्वारा हेण्डहोल्डिंग एवं सहयोग प्रदान करना, इत्यादि शामिल है । श्रीमती टीना डाबी ने सभी सम्बंधित विभागों को आगामी समय में बनने वाले कृषक उत्पादक संगठनों हतु एक्शन प्लान बनाने हेतु निर्देश  भी दिए। 
जिला विकास प्रबन्धक नाबार्ड श्री चंद्रेश कुमार शर्मा से बताया कि इस योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर तीन संस्थाओ यथा नाबार्ड, राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम एवं लघु कृषक कृषि व्यापार संघ का चयन किया गया है। एफपीओ को बनाने और बढ़ावा देने के लिए राज्य, क्लस्टर स्तर पर क्लस्टर आधारित व्यावसायिक संगठन कार्य करेगी जिसके द्वारा एफपीओ का निर्माण, एफपीओ का पंजीकरण, एफपीओ सदस्यो के बीच समंजस्य को बढ़ावा देना, पूंजी जुटाना, व्यवसाय योजनाए तैयार करना एवं उनका निष्पादन करना, इत्यादि शामिल है । 
श्रीगंगानगर जिले मे इस वित्तीय वर्ष 2020-21 मे नाबार्ड के माध्यम से एफपीओ बनाने के लिए दो क्लस्टर का चयन इस समिति द्वारा किया गया है जिस हेतु श्रीगंगानगर ब्लाॅक का चयन किन्नू एवं गाजर उत्पादों के लिए किया गया। 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Advertisement

Advertisement