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विधायक राजकुमार गौड़ की अनुशंसा पर श्रीगंगानगर में कृषि महाविद्यालय स्वीकृत होने पर कुलपति द्वारा आभार

श्रीगंगानगर, । स्वामी केशवानन्द राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर के कुलपति प्रोफेसर रक्षपाल सिंह ने मंगलवार को विधायक श्री राजकुमार गौड़ के आवास पर मिलकर कृषि महाविद्यालय खुलवानें पर आभार व्यक्त करते हुये कहा कि यह ऐतिहासिक निर्णय आपके साहसिक कदमों से सम्पन्न हुआ है, जो श्रीगंगानगर के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जायेगा। स्वामी केशवानन्द राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर के अन्तर्गत कृषि प्रधान जिला श्रीगंगानगर में कृषि महाविद्यालय खुलना क्षेत्र के किसानों, व्यापारियों, कृषि व्यवसायों से जुड़े सभी लोगों के लिये वरदान साबित होगा। 

विधायक श्री गौड़ ने बताया कि लम्बे समय वर्ष 1962 से इस कृषि प्रधान जिले की मांग को माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक जी गहलोत ने कृषि महाविद्यालय खोलकर नागरिकों को नई सौगात दी है, जिसके लिये मुख्यमंत्री का ह्दय की गहराइयों से आभार। विधायक ने कृषि महाविद्यालय की आगामी गतिविधियों की जानकारी लेने पर डाॅ. राजेश शर्मा, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय, श्रीगंगानगर ने बताया कि जेट परीक्षा 29 सितम्बर, 2020 को आयोजित हो रही है एवं तदोपरांत काउन्सलिंग होने के पश्चात् अक्टूबर, 2020 के अन्त तक विद्यार्थियों के आने के बाद सत्र चालू होने की सम्भावना है। डाॅ. प्रकाश सिंह शेखावत, निदेशक अनुसंधान, स्वामी केशनानन्द राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर बताया कि इस कृषि महाविद्यालय के विद्यार्थियों को अतिआधुनिक शिक्षा इस कृषि अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिकों द्वारा उपलब्ध होगी एवं प्रदर्शन स्वरूप सभी विषयों की जानकारी फिल्ड ट्रायल के माध्यम से मिलेगी।
विधायक श्री गौड़ ने कहा कि इस कृषि महाविद्यालय के लिये डाॅ. उम्मेद सिंह शेखावत, क्षेत्रीय निदेशक अनुसंधान के प्रयास सराहनीय रहे है, जिन्होंने समय-समय पर इस कृषि महाविद्यालय की स्वीकृति हेतु डाक्यूमंेटस् उपलब्ध करवाये एवं निरन्तर सम्पर्क में रहे। इसी कड़ी में श्री मदनलाल जोशी, सेवानिवृत सहायक निदेशक कृषि ने भी विशेष सहयोग किया, जिसके लिये कुलपति ने भी श्री जोशी की सराहना की।
विधायक श्री गौड़ ने आश्वस्त किया है कि सत्रा का उद्घाटन मुख्यमंत्री द्वारा किया जायेगा।
विधायक से मिलने के समय डाॅ. एस.के. बैरवा, सहायक प्राध्यापक, डाॅ. दशरथ प्रसाद, सहायक प्राध्यापक उपस्थित थे, जिनका भी इस कृषि महाविद्यालय खुलवानें में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। 

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