महामारी से सामना केवल पुलिस और प्रशासन नहीं कर सकते, एनसीसी, एनएसएस समेत सभी का सहयोग जरूरी- जिला कलक्टर
एनएमपीजी कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के जिला स्तरीय बेबिनार में बोले जिला कलक्टर श्री नथमल डिडेल
विशिष्ट अतिथि जिला पुलिस अधीक्षक श्रीमती प्रीति जैन ने कोरोना रोकथाम को लेकर पुलिस के द्वारा किए जा रहे कार्यों की दी जानकारी
हनुमानगढ़,। जिले में कोरोना महामारी के रोकथाम को लेकर राजकीय नेहरू मेमोरियल महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वाधान मेें मंगलवार को जिला स्तरीय वेबीनार का आयोजन किया गया। ''कोरोना प्रबंधन में राष्ट्रीय सेवा योजना की भूमिका'' विषय पर आयोजित इस बेबिनार को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जिला कलक्टर श्री नथमल डिडेल ने कहा कि डॉ विनोद कुमार जांगिड़ के नेतृत्व में जिले में एनएसएस की इकाई अच्छा कार्य कर रही है। अकेले पुलिस और प्रशासन महामारी से सामना नहीं कर सकते। इसके लिए एनसीसी, एनएसएस समेत सभी सामाजिक संगठनों का भी सहयोग जरूरी है। उन्होने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री ने जब से डॉ बनय सिंह को राष्ट्रीय सेवा योजना का राज्य समन्वयक बनाया है। इनके नेतृत्व में एनएसएस अच्छा कार्य कर रही है। जिला कलक्टर ने कहा कि उन्होने खुद ने भी जोधपुर यूनिवर्सिटी में एनएसएस में कार्य करते हुए अनुशासन समेत बहुत कुछ सीखा। यहीं अनुशासन उन्हें हनुमानगढ़ के एनएसएस स्वयंसेवकों में देखने को मिलता है।
सभी त्रिस्तरीय स्वअनुशासन लॉकडाउन गाइडलाइन की करें पालना
जिला कलक्टर ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना की चेन तोड़ने को लेकर त्रिस्तरीय जन अनुशासन लॉकडाउन लगाया है। जिसके अंतर्गत हमें शुरूआत अपने परिवार से ही करनी होगी। लिहाजा मेहमान को अभी घर ना बुलाएं। वहीं गांव के अनुशासन में एक गांव से दूसरे गांव अनावश्यक रूप से ना जाएं। शादी को संभव हो तो उसे स्थगित कर देें। जब ये दो स्तर अच्छे से कार्य करने लगेंगे तो प्रदेश स्तर पर अनुशासन अपने आप ही कायम हो जाएगा।
जिले में कोरोना की थर्ड वेव जैसी कोई बात नहीं
जिला कलक्टर ने वेबिनार में कहा कि जिले में कोरोना की थर्ड वेव जैसी कोई बात नहीं है। पहली वेब में जिले में एक भी बच्चा अस्पताल में भर्ती नहीं हुआ था। और अब अगर कोई बच्चा कोरोना पॉजिटिव हो रहा है तो परिवार में किसी के कोरोना पॉजिटिव होने पर बच्चों का भी पॉजिटिव होना स्वाभाविक है। जिला कलक्टर ने अगले 15 दिनों तक जिले भर में अनुशासन को बनाए रखने की सख्त आवश्यकता बताई।
जिला अस्पताल में अब ऑक्सीजन के बैड खाली हो रहे हैं
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में अब कोरोना के मरीज कम हो रहे हैं। जिला अस्पताल में भी ऑक्सीजन के बैड खाली होने लग गए हैं। जिले में डोर-टू-डोर सर्वे टीम के द्वारा 19 हजार परिवारों को घर-घर जाकर मेडिकल किट का वितरण किया जा चुका है। लोग प्रारंभिक स्थिति में ही इलाज लेना शुरू कर दें तो अस्पताल की जरूरत नहीं पड़ती।
जिले में पॉजिटिविटी औऱ डेथ रेट भी कम हुई, रिकवरी रेट बढ़ी
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में अब रिकवरी रेट 42 से बढ़कर 82 हो गई है। वहीं डेथ रेड और पॉजिटिविटी रेट भी कम हो गई है। अब 99 प्रतिशित कोरोना मरीज एसिमटोमैटिक ही सामने आ रहे हैं।
जिले में समाजसेवी और भामाशाहों ने किया सहयोग
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में कोरोना महामारी के इस संक्रमण काल में जिले के समाजसेवियों और भामाशाहों ने बढ़चढ कर जिला प्रशासन का सहयोग किया। जिसका बड़ा लाभ भी जिला प्रशासन को इस महामारी से लड़ने में मिला।
कोरोना रोकथाम में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग ने भी निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में जो भी कोरोना पॉजििटव आता है उसे फोन करने के साथ साथ उसके संपर्क में आने वालों को भी जिला मुख्यालय से टीम के द्वारा फोन करके बताया जाता है कि वे खुद को आइसोलेट कर लें ताकि कोई और उनके संपर्क में आकर कोरोना पॉजिटिव ना हो। लिहाजा जिले में कोरोना रोकथाम में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का भी महत्वपूर्ण रोल रहा।
पुलिस के साथ मिलकर एनएसएस के स्वयंसेवक लोगों को कर रहे हैं जागरूक
वेबिनार की विशिष्ट अतिथि जिला पुलिस अधीक्षक श्रीमती प्रीति जैन ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना की हनुमानगढ़ इकाई जिले में बहुत अच्छा कार्य कर रही है। पुलिस के साथ मिलकर एनएसएस के स्वयंसेवक लोगों में कोविड एप्रोपिएट बिहेवियर सुनिश्चित कर रहे हैं।
कोरोना गाइडलाइन की पालना सुनिश्चित करने में पुलिस निभा रही है महत्वपूर्ण भूमिका
एसपी ने बताया कि जिले में कोरोना रोकथाम को लेकर राज्य सरकार के स्तर पर जो भी गाइडलाइन जारी की जा रही है। उसकी पुलिस के द्वारा जिले भर में पालना सुनिश्चित कर रही है। जिले में 16 अंतर्राज्यीय चैकपोस्ट भी बनाई गई है। 6 चैकपोस्ट जिले के अंदर बनाई गई है। जिसमें बाहरी लोगों को जिले में प्रवेश गाइडलाइन के अनुरूप ही दिया जा रहा है।
मास्क नहीं लगाने वालों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
एसपी श्रीमती जैन ने बताया कि अब सरकार ने त्रिस्तरीय जनअनुशासन लॉकडाउन के अंतर्गत मास्क नहीं लगाने पर जुर्माना 500 रूपए से बढ़ाकर 1 हजार रूपए कर दिया है। लिहाजा इसमें पुलिस के द्वारा सख्त कार्रवाई जिले में अमल में लाई जाएगी।
जिले में अनुमत दुकानें तय समय पर खुलें और तय समय पर ही बंद हों
एसपी ने वेबिनार में कहा कि सरकार ने लॉकडाउन के अंतर्गत जिन जिन दुकानों को खोलने हेतु अनुमत किया है वे सब तय समय अनुसार खुले औऱ तय समय पर ही बंद हों। इसे जिले में पूर्ण रूप से लागू किया जाएगा।
वेबिनार को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य समन्वयक डॉ बनय सिंह ने राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा राज्य भर में किए जा रहे कार्यों और कोरोना रोकथाम के प्रचार-प्रसार में भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। वहीं राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य संपर्क अधिकारी डॉ धर्मेन्द्र सिंह ने एनएसएस की कार्य प्रणाली और अब तक किए गए कार्यों के बारे में बताते हुए कहा कि जब भी एनएसएस के स्वयंसेवकों की जिला प्रशासन को जरूरत पड़ेगी। वे हर समय तैयार रहेंगे।
सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी श्री सुरेश बिश्नोई ने बताया कि एनएसएस के स्वयंसेवकों ने कोरोना की प्रथम लहर के दौरान भी मास्क वितरण, रैली, रंगोली, डोर-टू-डोर पंफलेट वितरण व चिपकाने में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सपोर्ट किया। अब कोरोना को देखते हुए रैली और रंगोली की बजाय एनएसएस के स्वयंसेवक ग्राम स्तरीय निगरानी समिति, डोर-टू डोर सर्वे टीम, कोरोना पॉजिटिव लोगों की होम आइसोलेशन की पालना में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं साथ ही सोशल मीडिया वाट्सअप इत्यादि ग्रुप के जरिए गांव के लोगों को सरकार की ओर से जारी किए जाने वाली गाइडलाइन, प्रेस नोट, महत्वपूर्ण जानकारियां देकर उन्हें जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता सीेएमएचओ डॉ नवनीत शर्मा ने कोरोना काल में चिकित्सा विभाग के डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टॉफ समेत समस्त स्टॉफ के द्वारा किए गए कार्यों के बारे मेें विस्तार से बताते हुए कहा कि कोरोना काल में चिकित्सा विभाग ने बड़ी भूमिका निभाते हुए ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचाने की कोशिश की है। जिला अस्पताल में भी पीएमओ के नेतृत्व में कोरोना पॉजिटिव रोगियों को बेहतर इलाज देने की कोशिश की गई। मुख्य वक्ता पूर्व पीएमओ डॉ एमपी शर्मा ने भी कोरोना से बचाव को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारियां देने के साथ साथ बताया कि जिले में कोरोना की पहली लहर में जिला अस्पताल में किस प्रकार रोगियों का इलाज किया गया। साथ ही कहा कि लोग अब भी सरकार की गाइडलाइन की पालना करें। मास्क बिना नहीं निकलें। सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करें। बार बार हाथ धोएं।
कार्यक्रम अध्यक्ष एनएमपीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ नरेन्द्र सिंह भांभू ने कॉलेज की एनएसएस इकाई के द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि अनुशासन में रहकर एनएसएस के स्वयंसेवक डॉ विनोद कुमार जांगिड़ के नेतृत्व मेें अच्छा कार्य कर रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन एनएसएस के जिला समन्वयक डॉ विनोद कुमार जांगिड़ ने किया। उन्होने एनएसएस की कोरोना में भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि जिला प्रशासन उन्हें जो भी टास्क देगा। उसे पूरी तन्मयता से स्वयंसेवक पूरा करेंगे। उन्होने सभी अधिकारियों का इस वेबिनार में हिस्सा लेने के लिए आभार जताया। वेबिनार में तकनीकि अधिकारी के रूप में सूचना, प्रोद्योगिकी एवं संचार विभाग के डॉ केन्द्र प्रताप और श्री अनिल जिंदल का विशेष योगदान रहा। पूरे वेबिनार को इस टीम के द्वारा जिले के फेसबुक पेज https://www.facebook.com/ districthanumangarh/ , हनुमानगढ़ पुलिस के फेसबुक पेज https://www.facebook.com/ hanumangarhpolice/ और चिकित्सा विभाग के फेसबुक पेज https://www.facebook.com/ NHMhanumangarh/ पर लाइव दिखाया गया।
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