जलदाय विभाग हर साल आयोजित करेगा राज्य स्तरीय समारोह’
’सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर चार श्रेणियों में अधिकारियों को मिलेगा स्टेट लेवल अवार्ड’’प्रति वर्ष 2 सम्भागीय आयुक्त, 3 अतिरिक्त मुख्य अभियंता, 5 जिला कलक्टर एवं 5 अधीक्षण अभियंता होंगे सम्मानित’
श्रीगंगानगर/जयपुर, । प्रदेश में जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत ‘हर घर नल कनेक्शन‘ के लक्ष्यों को हासिल करने में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को जलदाय विभाग हर साल राज्य स्तरीय समारोह में सम्मानित करेगा। इसके लिए जिला एवं सम्भाग स्तर पर अधिकारियों की उपलब्धियों के मूल्यांकन के लिए जलदाय विभाग द्वारा ‘परफाॅर्मेंस आॅडिट मैकेनिज्म‘ तैयार किया गया है। इसमें निर्धारित पैरामीटर्स के तहत सम्भागीय आयुक्त एवं जिला कलक्टर्स के अलावा जलदाय विभाग के रीजन स्तर पर कार्यरत अतिरिक्त मुख्य अभियंता (एडिशनल चीफ इंजीनियर-एसीई) और जिला स्तर पर अधीक्षण अभियंता (सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर-एसई) के प्रदर्शन का आंकलन किया जाएगा।
जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) श्री सुधांश पंत ने बताया कि जेजेएम के तहत प्रदेश के 43 हजार 362 गांवों के 101 लाख 32 हजार परिवारों को वर्ष 2024 तक ‘हर घर नल कनेक्शन‘ से जोड़ा जाना है। इनमें से अब तक 20 लाख 7 हजार से अधिक परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन‘ जारी किए जा चुके हैं। चालू वित्तीय वर्ष में प्रदेश में 30 लाख परिवारों को ‘हर घर नल कनेक्शन‘ की सुविधा देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वार्षिक लक्ष्यों को निर्धारित समय सीमा में प्राप्त करने के लिए सभी स्तरों पर कड़ी मेहनत और कठोर प्रयासों की जरूरत है। इसी दिशा में अधिकारियों को प्रेरित और प्रोत्साहित करने के लिए यह मैकेनिज्म बनाया गया है। इससे उनकी रैंकिंग तय की जाएगी।
’कार्य दक्षता के आधार पर मिलेंगे मार्क्स’
एसीएस ने बताया कि रैंकिंग सिस्टम से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के आधार पर प्रति वर्ष चार श्रेणियों में 2 सम्भागीय आयुक्त, 5 जिला कलक्टर्स, 3 अतिरिक्त मुख्य अभियंता और 5 अधीक्षण अभियंताओं का चयन किया जाएगा। इन चार श्रेणियों में अधिकारियों की दक्षता और कार्यकुशलता के मूल्यांकन के लिए अलग-अलग पैरामीटर्स निर्धारित किए गए है। जेजेएम के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रत्येक श्रेणी में कुछ मानदंड बनाए गए है, इनमें प्रदर्शन के आधार पर उनको अंक दिए जाएंगे। शुरुआत में वर्ष 2021-22 में जेजेएम के लक्ष्यों की प्राप्ति में उल्लेखनीय योगदान देने वाले अधिकारियों का चयन होगा, जिनको जलदाय विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में ‘मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्रा‘ प्रदान किए जाएंगे।
’सम्भागीय आयुक्तों को बड़ा टास्क’
श्री पंत ने बताया कि प्रदेश के सभी सात सम्भागीय मुख्यालयों पर तैनात सम्भागीय आयुक्तों को अपने अधीन आने वाले जिलों में वार्षिक लक्ष्यों के अनुरूप ‘हर घर नल कनेक्शन‘ तथा सभी घरों में नल कनेक्शन वाले गांवों की संख्या की माॅनिटरिंग का टास्क दिया गया है। उनको वर्ष 2021-22 के एक्शन प्लान के लक्ष्यों की तुलना में ‘हर घर नल कनेक्शन‘ की संख्या के लिए 60 तथा ‘सभी घरों में नल कनेक्शन वाले गांवों की संख्या‘ के आधार पर 40 अंकों में से प्रतिशत उपलब्धि के आधार पर अंक प्रदान किए जाएंगे।
’एसीई के लिए मानदंड’
एसीएस ने बताया कि जलदाय विभाग में रीजन के प्रभारी एसीई की रैंकिंग तीन मानदंडों के आधार पर तय होगी। उनको अपने अधीन जिलों में वार्षिक लक्ष्यों के अनुरूप ‘हर घर नल कनेक्शन‘, ‘सभी घरों में नल कनेक्शन वाले गांव‘ तथा ‘विलेज एक्शन प्लान‘ की संख्या के आधार पर अंक दिए जाएंगे। एसीई को अपने रीजन के गांवों में सामुदायिक सहभागिता से ‘विलेज एक्शन प्लान‘ तैयार कर उनका ग्राम सभाओं में अनुमोदन कराने के लिए 20 अंक, ‘हर घर नल कनेक्शन‘ की संख्या के लिए 50 तथा ‘सभी घरों में नल कनेक्शन वाले गांवों की संख्या‘ के आधार पर 30 अंकों में से प्रतिशत उपलब्धि के आधार पर अंक प्रदान किए जाएंगे।
’कलक्टर्स करेंगे सघन माॅनिटरिंग’
श्री पंत ने बताया कि सभी जिला कलक्टर्स को अपने जिले में जेजेएम के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सभी कार्यों की नियमित तौर पर सघन माॅनिटरिंग का दायित्व दिया गया है। ‘परफाॅर्मेंस आॅडिट मैकेनिज्म‘ में जिला कलक्टर्स के प्रदर्शन का आंकलन के करने के लिए चार पैरामीटर्स निर्धारित किए गए हैं। जेजेएम में जिला कलक्टर्स की अध्यक्षता में जिला जल एवं स्वच्छता समितियों का गठन किया गया है। जिला कलक्टर्स को गाइडलाइन के अनुसार इस समिति की प्रतिमाह बैठक और उसका कार्यवाही विवरण समय पर जारी करने के लिए 5 तथा ‘विलेज एक्शन प्लान‘ के अनुमोदन एवं ग्रामीण जल योजनाओं की स्वीकृति के लिए 20 अंकों में से प्रतिशत उपलब्धि के आधार पर अंक मिलेंगे। इसके अलावा ‘हर घर नल कनेक्शन‘ की संख्या के लिए 50 तथा ‘सभी घरों में नल कनेक्शन वाले गांवों की संख्या‘ के आधार पर 25 अंकों में से प्रतिशत उपलब्धि के आधार पर अंक दिए जाएंगे।
’एसई के लिए पैरामीटर्स’
एसीएस ने बताया कि सभी जिलों में कार्यरत जलदाय विभाग के एसई के प्रदर्शन का आंकलन करने के लिए भी 4 पैरामीटर्स बनाए गए है। उनको जिला जल एवं स्वच्छता समिति के कार्यों में प्रशासनिक दायित्व के तहत प्रति माह बैठक एवं कार्यवाही विवरण के लिए 10, वार्षिक लक्ष्यों के अनुरूप सामुदायिक सहभागिता से ‘विलेज एक्शन प्लान‘ को तैयार एवं उनका ग्राम सभाओं में अनुमोदन कराने के लिए 15, ‘हर घर नल कनेक्शन‘ की संख्या के लिए 50 एवं ‘सभी घरों में नल कनेक्शन वाले गांवों की संख्या‘ के आधार पर 25 अंकों में से प्रतिशत उपलब्धि के आधार पर अंक दिए जाएंगे।
’फील्ड मशीनरी का भी होगा मूल्यांकन’
श्री पंत ने बताया कि सभी कैटेगरी में लक्ष्य की तुलना में पूरी उपलब्धि पर अधिकारियों को पूरे अंक दिए जाएंगे या फिर प्राप्त उपलब्धि के प्रतिशत आधार पर अंक मिलेंगे। उन्होंने बताया कि इन चार श्रेणी के सभी अधिकारियों को इसी आधार पर जेजेएम के तहत अपने अधीन सम्भाग, रीजन, जिला, सर्किल, खण्ड एवं उपखण्ड स्तर भी अधिकारियों एवं कार्मिकों के कार्यों का मूल्यांकन तथा उनको सम्मानित करने का मैकेनिज्म बनाने को कहा गया है।
0 टिप्पणियाँ
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे