Advertisement

Advertisement

सत्याग्रह सप्ताह की शुरूआत

 राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयन्ती वर्ष

सत्याग्रह सप्ताह की शुरूआत
सत्य की राह पर चलकर आजादी दिलवाई: जिला कलक्टर
श्रीगंगानगर,। जिला कलक्टर श्री जाकिर हुसैन ने कहा कि महात्मा गांधी की 150 वीं जयन्ती वर्ष के उपलक्ष में भररत सरकार व राज्य सरकार के निर्देशानुसार विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है, जिनमें सत्याग्रह सप्ताह भी मनाया जा रहा है।
जिला कलक्टर शनिवार को महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विधालय श्रीगंगानगर में आयोजित सत्याग्रह सप्ताह की शुरूआत के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होने कहा कि सत्याग्रह का अर्थ सत्य के प्रति आग्रह करना है। महात्मा गांधीजी ने सत्य की राह पर चलकर आजादी दिलवाई। उन्होने कहा कि महात्मा गांधी से शिक्षा लेनी चाहिए तथा उनके द्वारा किए गए आदर्शो पर चलना चाहिए। उनके द्वारा दी गई शिक्षा आत्मसात करना चाहिए। उन्होने बताया कि सत्याग्रह सप्ताह के दौरान विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं करवाई जाएगी। जिला कलक्टर ने कहा कि विधार्थियो को महापुरूषों की जीवनियां पढनी चाहिए, जिससे उन्हे प्रेरणा मिलेगी।
महात्मा गांधी की 150 वीं जयन्ती के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों के लिए नियुक्त जिला संयोजक श्री प्रवीण गौड़ ने महात्मा गांधी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला। उन्होेने कहा कि राज्य सरकर की मंशा के अनुरूप महात्मा गांधी की 150 वीं जयन्ती पर राज्यभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। उन्होने बताया कि सत्याग्रह सप्ताह के दौरान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। जयन्ती वर्ष के प्रारम्भ में मानव श्रंृखला, रैली, निबन्ध व चित्रकला प्रतियोगिताएं करवाई गई, जिनमें 58 हजार बच्चों की भागीदारी रही। स्वच्छता कार्यक्रम में जिला कलक्टर श्री जाकिर हुसैन ने स्वयं झाडू लगाकर शुरूआत की, जिनकी प्रेरणा से स्वच्छता अभियान सफल रहा। उन्होने कहा कि इन कार्यक्रमों का उदेश्य जैसे गांधीवादी सोच को घर-घर तक पहुंचाना है। उन्होेने कहा कि छात्रों को सत्य व अहिंसा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा लेनी चाहिए।
इस अवसर पर सीईओ जिला परिषद श्री अशोक कुमार मीणा, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी श्री हंसराज यादव, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक बृजेश कुमार, विधालय की प्राचार्य रींपा तलवार, रमसा के कार्यक्रम अधिकारी दीपशिखा, श्री अशोक चांडक सहित गणमान्य नागरिक उपथित थे। (

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Advertisement

Advertisement