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Bikaner - निरोगी राजस्थान लक्ष्य के लिए 14 नवंम्बर से गाँवों में डेरा डालेगा स्वास्थ्य विभाग

 *निरोगी राजस्थान लक्ष्य के लिए 14 नवंम्बर से गाँवों में डेरा डालेगा स्वास्थ्य विभाग*

*लगेंगे मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविर*

*माइक्रोस्कोप, 3 पार्ट सेल काउन्टर, सेमी ऑटो एनालाइजर व ईसीजी जैसी मशीने लगेंगी शिविरों में*

बीकानेर। ग्रामीण जनता के स्वास्थ्य को लेकर राज्य सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 14 नवम्बर से से 21 मार्च 2022 तक यानिकी चार माह तक ग्राम पंचायत स्तर पर मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इनमें कैंसर, ह्रदय रोग, टीबी समेत सभी कम्यूनिकेबल-नॉन कम्युनिकेबल बीमारियों की मुफ्त जांच व उपचार की व्यवस्था होगी। प्रत्येक ब्लॉक में सप्ताह में दो या तीन कैम्प आयोजित किए जाएंगे। कैम्प में जांचों के लिए माइक्रोस्कोप, 3 पार्ट सेल काउन्टर, सेमी ऑटो एनालाइजर, ईसीजी और अन्य आवश्यक रिएजेन्ट्स उपलब्ध कराए जाएंगे। दो एंबुलेंस भी तैनात रहेंगी ताकि आवश्यक होने पर चिन्हित रोगियों को उच्चतर चिकित्सा संस्थान में जांच और उपचार के लिए भिजवाया जा सके। 

सीएमएचओ डॉ ओम प्रकाश चाहर ने बताया कि जिला कलेक्टर नमित मेहता के निर्देशानुसार शिविरों की माइक्रोप्लानिंग व तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। ग्राम पंचायत स्तरीय शिविर में फिजिशियन, शिशु रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, दंत रोग विशेषज्ञ और नेत्र रोग विशेषज्ञ, नेत्र सहायक को तैनात किया जाएगा। अभियान के दौरान ब्लॉक मुख्यालय पर दो माह में एक बार मेगा ब्लॉक स्तरीय कैम्प आयोजित किया जायेगा। जिसमें शल्य, विशेषज्ञ चिकित्सक, विशेष योग्यजन प्रमाण पत्र, मेडिकल बोर्ड की सुविधाएं उपलब्ध रहेगी। शिविर में ईएनटी चर्म रोग, न्यूरोलॉजी, कॉर्डियोलॉजी, यूरोलॉजी विशेषज्ञों की सेवाएं टेली कंसलटेशन के माध्यम से उपलब्ध करवाई जायेगी। आवश्यकता होने पर उच्चतर अस्पतालों में सर्जरी करवाई जाएगी। 

डिप्टी सीएमएचओ स्वास्थ्य डॉ लोकेश गुप्ता ने बताया कि शिविरों में 30 साल से अधिक आयु के लोगों की शुगर, बीपी और तीन कॉमन कैंसर की जांच कर उनकी स्वास्थ्य कुंडली तैयार की जाएगी। गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच समेत अन्य सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। 


*चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना व आरबीएसके का लाभ देकर निःशुल्क करवाएंगे बड़े ऑपरेशन*

डॉ चाहर ने बताया कि शिविरों में विद्यालय जाने वाले समस्त छात्रा-छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। स्वास्थ्य परीक्षण के पूर्व विद्यालय स्तर पर अध्यापकों द्वारा प्रत्येक छात्रा-छात्रा की स्वास्थ्य की प्री-स्क्रीनिंग की जायेगी एवं विद्यार्थियों में किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या के लक्षण पाये जाने पर उन्हें ग्राम पंचायत स्तर पर होने वाले चिरंजीवी शिविरों में जांच एवं आगामी उपचार के लिये रेफर किया जायेगा। इस अभियान में पूर्व तैयारी एवं प्रशिक्षण, प्री-स्क्रीनिंग, स्वास्थ्य शिविर में बीमारी सुनिश्चित करना तथा आरबीएसके अथवा चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से संबंध निजी व राजकीय अस्पतालों में निशुल्क उपचार करवाने सहित चार चरण होंगे। जिला कलक्टर ने दिशा निर्देशों के अनुरूप कार्य चिकित्सा, शिक्षा विभाग व अन्य संबंधित विभाग परस्पर समन्वय के साथ पूरा करेंगे।

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