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आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल बनाने में आईसीडीएस की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण

 आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल बनाने में आईसीडीएस की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण

समीक्षा बैठक में जिला कलेक्टर ने दिए आवश्यक दिशा निर्देश


श्रीगंगानग, । जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल बनाने के के संबंध में जारी कार्य प्रगति की समीक्षा के लिए सोमवार सुबह जिला कलक्टर श्रीमती रुक्मणि रियार सियाग की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिला कलेक्टर ने बैठक में कार्यों की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
 बैठक में ढिलाई बरतने वाले अधिकारियों को 30 जून तक मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र के संबंध में सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश देते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि निर्धारित समयावधि में कार्य नहीं करने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने मॉडल आंगनबाड़ी केंद्रों में निर्धारित मापदंडों के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं पूर्ण करने के निर्देश देते हुए कहा कि वाश बेसिन, फर्नीचर, लाइब्रेरी रैक सहित अन्य व्यवस्थाएं चाइल्ड फ्रेंडली होनी चाहिएं। उन्होंने कहा कि सभी मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र बनने के बाद सबसे ज्यादा फायदा यहां आने वाले बच्चों को मिलेगा। उन्हें पढ़ने के लिए, खेलने के लिए और नई-नई जानकारी प्राप्त करने के लिए बेहतर माहौल मिल सकेगा। इसलिए सभी अधिकारी पूरे मन के साथ इस कार्य को पूर्ण करने के लिए सहयोग करें।
 जिले की सभी पंचायत समिति के विकास अधिकारियों और आईसीडीएस अधिकारियों से अब तक की प्रगति की रिपोर्ट लेते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र बनाने में आईसीडीएस की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए दोनों विभाग समन्वय बनाकर काम करें। इसके अलावा उन्होंने सभी विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने अधीनस्थ ग्राम पंचायतों में स्वीकृत नए आंगनवाड़ी केंद्रों का काम जल्द से जल्द करवाएं। घड़साना में निर्माणाधीन आंगनवाड़ी केंद्र का काम पूर्ण होने के पश्चात उन्होंने विकास अधिकारी और सीडीपीओ को निर्देश दिए कि जल्द ही नए भवन में आंगनबाड़ी को स्थानांतरित किया जाए।
 इस अवसर पर जिला परिषद के सीईओ श्री मोहम्मद जुनेद, श्री रमेश मदान, श्री जितेंद्र खुराना, श्री विजय कुमार, श्री शंकर धारीवाल, श्री विनोद रेगर सहित अन्य मौजूद रहे। 

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