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जिला स्तरीय नार्काे कोर्डिनेशन सेन्टर की बैठक में दिये एडीएम सर्तकता ने दिये निर्देश

 कार्ययोजना बनाकर सुनिश्चित की जाये नशे पर प्रभावी कार्यवाही

जिला स्तरीय नार्काे कोर्डिनेशन सेन्टर की बैठक में दिये एडीएम सर्तकता ने दिये निर्देश


श्रीगंगानगर, । जिला स्तरीय नार्को कोर्डिनेशन सेन्टर श्रीगंगानगर की बैठक गुरूवार सुबह अतिरिक्त जिला कलक्टर सर्तकता श्रीमती कमला अलारिया की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर ने कार्ययोजना बनाकर नशा कारोबार के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही की आवश्यकता जताई।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर ने कहा कि संबंधित विभाग आपसी समन्वय बनाकर जिले में नशीले और मादक पदार्थों की ब्रिकी तथा इसके उपयोग पर सख्त कार्यवाही करें। उन्होंने बाहर से आने वाली नशीली दवाओं की खेप और मादक पदार्थों की सप्लाई रोकने के लिये भी प्रभावी कार्यवाही की आवश्यकता जताते हुए पुलिस प्रशासन को निर्देश दिये कि जिन मार्गों से मादक पदार्थों की सप्लाई संभावित है, उनकी नियमित रूप से चेक पोस्ट बनाकर जांच की जाये। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय नार्को कोर्डिनेशन कमेटी द्वारा नशा उपयोग में आने वाली दवाओं के नाम रिपोर्ट बनाकर उच्च स्तर पर भिजवाये जायेंगे ताकि ऐसी दवाओं को प्रतिबंधित किया जा सके।
एडीशनल एसपी श्री जयसिंह तंवर ने बताया कि जिले में नशीली दवाओं और मादक पदार्थों के कारोबार के खिलाफ पुलिस द्वारा लगातार सख्त कार्यवाइयां की जा रही हैं। सहायक औषधि नियंत्राक श्री डी.एस.उप्पल ने बताया कि जिले में एक तिहाई मेडिकल स्टोर्स पर सीसी टीवी कैमरा इंस्टालेशन का काम पूरा हो गया है। जल्द ही सभी मेडिकल स्टोर पर सीसीटीवी कैमरे लगा दिये जायेंगे। पुलिस कार्यवाही के दौरान दवा निर्माता कम्पनी का नाम भी रिकॉर्ड में दर्ज करने का सुझाव देते हुए उन्होंने कहा कि जो दवाएं शैड्यूल में शामिल नहीं हैं, लेकिन उनका नशे के रूप में इस्तेमाल हो रहा है, उन्हें शैड्यूल्ड किया जाये। साथ ही ऐसी दवाओं के मैन्युफैक्चर्स और सप्लायर्स के खिलाफ भी जिला-पुलिस प्रशासन द्वारा सख्त कार्यवाही की जाये। बाहर से आने वाली नशीली दवाओं पर रोकथाम के लिये समुचित कार्यवाही की आवश्यकता जताते हुए उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा होलसेल से रिटेल में आने वाली दवाओं की जांच लगातार की जा रही है।
एडीशनल एसपी सीआईडी श्रीमती दीक्षा कामरा, सैक्टर हेडक्वार्टर बीएसएफ कमांडटेंड श्री एस.आर.खान, डिप्टी कमांडटेंट जे.के.नागल, सीएमएचओ डॉ. गिरधारी लाल मेहरड़ा, नशा मुक्ति विशेषज्ञ डॉ. रविकांत गोयल सहित अन्य ने भी सुझाव देते हुए कहा कि सभी विभागों के तालमेल से होने वाली कार्यवाइयों और जनजागरूकता से ही नशे की रोकथाम संभव है। जनजागरूकता के लिये प्रशासन द्वारा लगातार शिविर लगाकर आमजन को जागरूक किया जा रहा है।

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