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मोहनपुरा में नशामुक्ति जनजागृति कार्यशाला आयोजित

 मोहनपुरा में नशामुक्ति जनजागृति कार्यशाला आयोजित


श्रीगंगानगर, । संभाग स्तरीय मंशा नशामुक्ति अभियान के अंतर्गत जिला कलक्टर श्रीमती रूक्मणि रियार सिहाग व जिला पुलिस अधीक्षक श्री आनंद शर्मा के निर्देशानुसार नशामुक्ति जनजागृति कार्यशाला पुलिस थाना सदर श्रीगंगानगर द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मोहनपुरा में आयोजित हुई।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में राजकीय नशा मुक्ति परामर्श एवम् उपचार केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. रविकांत गोयल ने कहा कि युवाओं में बढ़ती नशाखोरी की प्रवृत्ति बेहद चिंताजनक है। नशाखोरी के कारण नई पीढ़ी का जीवन अंधकारमय हो रहा है। अनेक नौजवान जवानी में ही काल का ग्रास बन रहे हैं। देश की आजादी में शिक्षकों का बहुत बड़ा रोल रहा है। आज फिर उनको देश के युवाओं को नशे के दल-दल में जाने से बचाना होगा। नशे की आदत पर नियंत्राण पाना मुश्किल है, परंतु असंभव नहीं है। डॉ. गोयल ने नशे के लक्षण, नशीले पदार्थाें के दुष्परिणाम, नशीले पदार्थाें से बचने के उपाय से अवगत करवाते हुए नशामुक्त जीवन जीने का आह्वान किया।
शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि समाजसेवी मुनीश कुमार लड्ढा ने कहा कि नशे व अपराध को बढ़ावा देने वाले बाजारू तुकबंदी वाले गीतों का नशे और अपराध को बढ़ावा देने में बड़ा हाथ है। नौजवान पीढ़ी ऐसे गीतों से गुमराह होती जा रही है। गीतों में बढ़ती अश्लीलता भी युवा पीढ़ी को बर्बाद करने में बड़ा रोल अदा कर रही है। लफ्जों की नफासत, शब्दों की अहमियत आज गीतों में गुम होकर रह गई है। अच्छे गीतकारों को देश की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक गीत लिखे जाने की लड्ढा ने महती जरूरत बताई। गांव-गांव, शहर-शहर को नशे से बचाना है। जो लोग किसी भी कारण से नशे के दल दल में पड़ चुके हैं, उन सबको नशे की गिरफ्त से छुड़ाना है।  विद्यालयों व महाविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थी स्वयं नशे के जाल में फंसने से बचे और जो लोग किसी भी कारण से नशे की चपेट में आ चुके हैं, उनको नशे रूपी दलदल से बाहर निकालने में अपनी युवा शक्ति का सही उपयोग करें।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में ग्राम पंचायत सरपंच गुरवीर कौर ने कहा कि विद्यार्थी अपने इलाके को नशामुक्त बनाने को अपने जीवन का लक्ष्य बनाएं। आपके सक्रिय सहयोग से श्रीगंगानगर जिले में नशामुक्ति का अद्वितीय माहौल बन सकता है। नशामुक्ति जनजागृति कार्यशालाओं से जो वातावरण निर्मित हो रहा है, उसके भविष्य में सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।  
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कार्यवाहक प्रधानाचार्य परमजीत कौर ने कहा कि नशे का सेवन करने वाले अप्रत्यक्ष रूप से दूसरांे को  भी नशे के गंदे वातावरण में झोंकते हैं। जो लोग बीड़ी पीते हैं एवं अपना धुआं पास बैठे दूसरे लोगो को देते हैं। विशिष्ठ अतिथि जिला परिषद डायरेक्टर सुखप्रीत सिंह ने कहा कि मानव जीवन अनमोल है, इसे नशे में न गवाएं। नशा करने वाला व्यक्ति अपने साथ-साथ परिवार का जीवन भी बर्बाद कर देता है।
थाना सदर से हैड कांस्टेबल धर्मवीर ने ग्रामवासियों  से आह्वान किया कि जो अवैध रूप से नशा बेचते है, उनकी सूचनाएं सीएलजी सदस्यों, शिक्षकों, बीट कांस्टेबल, थानाधिकारी के माध्यम से साझा करे ताकि पुलिस प्रशासन उनके विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही कर सके। 

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