नहरबंदी के दौरान डिग्गियों में पानी का पर्याप्त भंडारण किया जाए तथा पानी चोरी रोकने के लिए चलाएं अभियान : जिला कलेक्टर
जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई जलदाय और सिंचाई विभाग के अधिकारियों की बैठक
20 मार्च से लेकर 20 मई तक रहेगी पूर्णतया नहरबंदी, नहरबंदी के दौरान पेयजल आपूर्ति सुचारू रखने के लिए निर्देश
अनूपगढ। जिला कलेक्टर अवधेश मीणा ने कहा कि नहरबंदी के दौरान डिग्गीयों में पानी स्टोरेज की पूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित की जाए तथा प्रतिदिन पेयजल सप्लाई दिए जाने हेतु प्रयास किए जाएं। उन्होंने यह निर्देश शनिवार को प्रातः 11 बजे जिला कलैक्ट्रेट में आयोजित बैठक में जलदाय और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दिए। बैठक में जिला कलेक्टर श्री मीणा ने ग्रीष्मकालीन समय में पेयजल योजनावार भण्डारण की अवधिवार क्षमता, नहरबंदी के दौरान न्यून भण्डारण क्षमता वाली पेयजल योजनाओं में वैकल्पिक व्यवस्था, नहरबंदी के दौरान नहरों में पेयजल स्टोरेज हेतु चिन्हीकरण, नहर बंदी के दौरान सुचारू पेयजल आपूर्ति हेतु कार्य योजना तथा जल जीवन मिशन अन्तर्गत स्वीकृत कार्यों के संबंध में भौतिक/वित्तीय प्रगति की कार्यवार समीक्षा की। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश सहारन, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के एसई जितेंद्र झांब तथा आईजीएनपी और गंगनहर के सिंचाई अधिकारी शामिल हुए बैठक में जलदाय विभाग द्वारा जिला कलेक्टर को अवगत करवाया गया कि 20 मार्च से लेकर 20 मई तक पूर्णतया नहरबंदी रहेगी। नहरबंदी के दौरान शुरूआत में 4 दिन लगातार स्टोरेज हेतु पानी चलाया जायेगा एवं 1 दिन छोड़कर पानी की सप्लाई दी जायेगी तथा जरूरत पड़ने पर 4 दिन बाद भी सप्लाई दी जायेगी। इस पर जिला कलेक्टर ने नहरबंदी के दौरान डिग्गियों में पानी स्टोरेज की पूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए तथा प्रतिदिन पेयजल सप्लाई दिए जाने के प्रयास करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक में जिला कलेक्टर ने आरडी नहरों एवं शहरों – गावों में बनी सार्वजनिक डिग्गीयों में पानी स्टोरेज करने हेतु, अधिकतम पानी स्टोर करने एवं पर्याप्त मोनिटरिंग किये जाने हेतु निर्देशित किया। बैठक में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने जिला कलेक्टर को अवगत करवाया कि बिरधवाल हेड पर रोके हुए पानी को एक बार अनूपगढ़ व एक बार सूरतगढ़ ब्रांच में छोड़ा जायेगा। जैसे- जैसे स्टोरज कम होती जाएगी वैसे ही पीछे स्टोर किये हुए पानी को आगे लाकर जल भराव सुनिशिचित किया जाऐगा। इस पर जिला कलेक्टर ने निर्देश देते हुए कहा कि पानी की चोरी नहीं हो इसलिए पर्याप्त देखरेख में पानी स्टोर किया जाए। उन्होंने कहा कि कम से कम समय में जल भराव किया जाए एवं सभी माईनर्स में पानी को स्टोर करने व डिग्गीयों में जल्दी जल्दी दो से तीन बार पानी का स्टोरेज किया जाए।
पानी चोरी रोकने के लिए चलाए अभियान
जिला कलेक्टर ने कहा की नहरबंदी के दौरान पानी की चोरी रोकने तथा अवैध कनेक्शन काटने के लिए अभियान चलाकर कार्रवाई की जाए। इसके अलावा उन्होंने निर्देशित किया कि पशुओं को भी पीने के पानी की कमी नहीं आनी चाहिए इसलिये गांव के सभी जोहड़ एवं पशुओं के पानी पीने वाले स्थानो पर पानी का भंडारण किया जाए ताकि पशुओं को किसी भी तरह की दिक्कत न हो। उन्होंने कहा कि पेयजल से संबंधित कोई भी शिकायत मेरे पास नहीं आनी चाहिए सुनिश्चित कर लेवें।
नहर किनारे बिना परमिशन नहीं काटे जाए पेड़
नहर किनारे लगे पेड़ों को काटे जाने हेतु परमिशन नहीं लिये जाने संबंधी प्राप्त हो रही शिकायतों को लेकर जिला कलेक्टर ने कहा कि बिना परमिशन पेड़ों की कटाई नहीं हो इसलिए पेड़ कटाई रोकने के संबंध में बनाई गई कमेटी की बैठक बुलाई जाए। जिला कलक्टर द्वारा निर्देशित किया गया कि पानी की सप्लाई पेयजल भण्डारण हेतु पर्याप्त देखरेख कि जावे पानी की स्टोरेज हेतु घरों में बनी टंकीयां में पानी का पर्याप्त भंडारण हो। इसके साथ ही उन्होंने प्रगतिरत कामों के बकाया बिलों के भुगतान हेतु निर्देशित किया गया एवं पानी की शुद्धता हेतु ट्रिटमेटं करने हेतु निर्देशित किया गया ।
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