प्रभारी सचिव ने अनाज मंडी व जिला चिकित्सालय का किया निरीक्षण
गेहूं खरीद व्यवस्था व बोली को देख व्यापारियों की सुनी समस्याएं
नशा मुक्ति, लू-तापघात सहित अन्य वार्डों का किया निरीक्षण
श्रीगंगानगर। गंगानगर जिले के प्रभारी सचिव एवं प्रमुख शासन सचिव कृषि, उद्यान एवं पंचायतीराज श्री वैभव गलरिया ने बुधवार को अनाज मंडी श्रीगंगानगर व राजकीय जिला चिकित्सालय का सघन निरीक्षण किया तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये।
प्रभारी सचिव ने जिला चिकित्सालय में लू-तापघात वार्ड का गहन निरीक्षण किया तथा आने वाले रोगियों के उपचार व व्यवस्थाओं को देखा तथा चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये कि भीषण गर्मी को देखते हुए आने वाले रोगियों के लिये पर्याप्त संसाधन व दवाएं उपलब्ध रखें। उन्होंने नशा मुक्ति वार्ड का भी अवलोकन किया। वार्ड में नशा मुक्ति का उपचार ले रहे मनफूलराम से बातचीत की। मनफूलराम ने बताया कि नशे का आदी होने के कारण शरीर में कमजोरी आ गई थी। जानकारी मिलने पर मैं यहां भर्ती हुआ, पिछले आठ-दस दिन से लगातार उपचार मिलने से मुझे राहत मिली है। प्रभारी सचिव ने मनफूलराम से बातचीत करते हुए कहा कि जो रोगी ठीक हो जाते हैं, उनके माध्यम से आमजन और नशा करने वालों को नशा छोड़ने के लिये जागरूक किया जाये।
प्रभारी सचिव ने सामान्य वार्ड का भी निरीक्षण किया तथा रोगियों से बातचीत की। चिकित्सालय द्वारा दी जाने वाली दवाएं, भोजन इत्यादि के बारे में जानकारी ली। उन्होंने सामान्य वार्ड सर्जरी, राम आश्रय वार्ड सहित अन्य वार्डों व ओपीडी में आ रहे रोगियों से बातचीत की तथा उन्हें मिलने वाले उपचार व दवाओं के बारे में रोगियों से पूछा। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को जांच बढ़ाने के निर्देश दिये। दवा के साथ-साथ रोगियों के आहार का भी ध्यान रखा जाये।
इससे पूर्व प्रभारी सचिव ने अनाज मंडी श्रीगंगानगर का निरीक्षण किया। उन्होंने किसानों को मिलने वाले गेट एंट्री पास की व्यवस्था को देखा तथा गेहूं की बोली को देखकर अनाज मंडी के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। मंडी अधिकारियों ने अब तक क्रय की गई गेहूं, सरसों की जानकारी दी तथा किसानों को अब तक किये गये भुगतान से अवगत करवाया। प्रभारी सचिव ने मंडी में आने वाले किसानों व श्रमिकों के लिये पेयजल व छाया की व्यवस्था पर ध्यान देने के निर्देश दिये। उन्होंने मंडी के व्यापारियों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुना। इसके पश्चात उन्होंने ई-नाम परियोजना का भी निरीक्षण कर मंडी समिति अधिकारियों को किसानों को इसके लिये प्रेरित करने के निर्देश दिये। व्यापारियों द्वारा व्यक्तिगत विद्युत कनेक्शन देने की मांग पर डिस्कॉम एसई को आवश्यक कार्यवाही के लिये निर्देशित किया। व्यापारियों ने मंडी क्षेत्र में अतिक्रमण को लेकर भी चर्चा की।
जिला कलक्टर श्री लोकबंधु ने जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों से लू-तापघात वार्ड की व्यवस्थाएं निरन्तर रखने के अलावा जांच बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी के दौरान पेयजल, कूलर, पंखों और दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। जिला कलक्टर ने कहा कि चिकित्सालय को मेडिकल कॉलेज का ही भाग समझें तथा मेडिकल कॉलेज के अनुरूप चिकित्सीय सुविधाएं मिले, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर एडीएम सतर्कता श्री नरेन्द्र पाल सिंह, प्रशिक्षु आईएएस श्री रजत यादव, न्यास सचिव श्री कैलाशचन्द्र शर्मा, राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. पी.के बेरवाल, आयुक्त नगरपरिषद श्री यशपाल आहूजा, एसडीएम श्रीमती जीतू कुल्हरी, डिस्कॉम एसई श्री एलएस मान, पीएमओ डॉ. दीपक मोंगा, सीएमएचओ डॉ. अजय सिंगला, डॉ. सतीश शर्मा, संयुक्त निदेशक मंडी श्री शिवसिंह भाटी, अनाज मंडी सचिव श्री सुबेसिंह रावत सहित अन्य मौजूद रहे
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