प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री और मादक पदार्थों की तस्करी पर लगाएं रोक

 


नार्को कोर्डिनेशन सेंटर तंत्र की जिला स्तरीय कमेटी की बैठक आयोजित

श्रीगंगानगर। नार्को कोर्डिनेशन सेंटर तंत्र की जिला स्तरीय स्टेडिंग कमेटी की बैठक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर डॉ. मंजू की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान जिला कलक्टर ने प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे नशा मुक्त श्रीगंगानगर अभियान के तहत नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आमजन भी नशे का कारोबार करने वालों की सूचना जिला पुलिस के साथ-साथ हेल्पलाइन नम्र 9351504313 पर देकर अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएं। सबके सहयोग से ही नशे पर रोकथाम लगाई जा सकेगी।

बैठक में उन्होंने कहा कि नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाओं की उपलब्धता और स्टॉक की नियमित जांच की जाये। मेडिकल स्टोर्स पर सीसीटीवी कैमरा और दवाओं के रिकॉर्ड की आकस्मिक जांच कर अनियमितता पाये जाने पर संबंधित के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाये। साथ ही औषधि नियंत्रक विभाग जिले के समस्त खुदरा विक्रेताओं को एनडीपीएस दवाओं की पर्ची पर दवा देने के पश्चात मोहर लगाया जाना सुनिश्चित करावे। नशा मुक्ति केन्द्रों, मेडिकल स्टोर्स सहित अन्य संस्थाओं के रिकॉर्ड संधारण के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि नियमित रूप से इसकी मॉनिटरिंग की जाये।

उन्होंने कहा कि जिले में प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री और मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाने के लिये संबंधित विभाग और एजेंसियां प्रभावी कार्यवाही करें। मेडिकल स्टोर्स की जांच और प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री करने वालों के खिलाफ अब तक हुई कार्यवाही की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने औषधि नियंत्रक अधिकारियों को निर्देश दिये कि नियमित जांच के पश्चात नियमानुसार कार्यवाही की जाये। बाहरी राज्यों से प्रतिबंधित दवाओं की आपूर्ति पर रोक लगाने के लिये पुलिस के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग से समन्वय बनाकर प्रभावी कार्यवाही की जाये।

नशा मुक्ति अभियान के तहत अब तक हुई गतिविधियों की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि खाली और जर्जर भवनों का उपयोग नशे से जुड़ी गतिविधियों में न हो, इसके लिये पुलिस द्वारा प्रभावी कार्यवाही की जाये। पुलिस द्वारा किरायेदारों का भौतिक सत्यापन नियमित रूप से किया जाये। उन्होंने कहा कि जिले में नशा करने वालों को नशा छोड़ने के लिये प्रेरित करने में समस्त विभागीय अधिकारियों और कार्मिकों के साथ-साथ आमजन भी सक्रिय सहयोग करें। सामाजिक संस्थाओं सहित अन्य संगठनों का भी सहयोग लेकर समाज को नशा मुक्त बनाने के लिये गंभीरतापूर्वक मुहिम चलाई जाये।

जिला कलक्टर ने बैठक में कहा कि नशा छोड़ने के लिये उपचार लेने वालों का रिकॉर्ड संधारित करने के साथ-साथ नियमित रूप से उनका फॉलोअप भी किया जाये। जिला स्तर के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों से आने वालों का रिकॉर्ड संधारित किया जाये। नशा मुक्त श्रीगंगानगर अभियान के तहत जागरूकता गतिविधियों का उल्लेख करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि विद्यार्थियों को नैतिक शिक्षा के साथ-साथ समाजोपयोगी कार्यों की जानकारी देने के साथ-साथ नशा छोड़ने के लिये प्रेरित किया जाये।

बैठक में एडीएम सतर्कता रीना, जिला परिषद सीईओ गिरधर, एएसपी रामेश्वर लाल, सीएमएचओ डॉ. अजय सिंगला, गिरजेशकांत शर्मा, अशोक मित्तल, सन्नी प्रताप त्रिपाठी सहित अन्य मौजूद रहे जबकि एनसीबी के आशुतोष वीसी के माध्यम से जुडे़।

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