चारणवासी। इन दिनों खेतों में खड़ी गेहूं व जौ,हरे चारे की फसलों पर तेेले का प्रकोप अधिक हो गया हैं। किसानों का कहना है कि मौसम परिर्वतन होने के कारण तेले का प्रकोप हुआ है। तेला पछेती सरसों की फसल में भी हैं लेकिन उसको नुकसान नहीं होता ओर पक्काव पर आई गेहूं व जौ की फसल के लिए तेला नुकसानदायक हैं। तेले के कारण फसल उत्पादन भी घटेगा। कुछ किसान गेहूं की फसलों में तेले के बचाव के लिए स्प्रे कर रहे है।
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