रायसिहनगर । राजकीय चिकित्सालय में प्रातः काल से मरीज अपनी बिमारीयो के इलाज हेतु चिकित्सालय परिसर में आते हैं अपनी बिमारी की असहनीय पीड़ा से और मरीज इन्तजार में बैठे रहते हैं लेकिन चिकित्सक नदारद है परिसर में चिकित्सक के समय होने के बावजूद भी चिकित्सक नही पहुंचते हैं मरीजों की संख्या बढते जा रही है लेकिन चिकित्सक नजर नहीं आते खाली पड़ी कुर्सी इस को खाली ही रखते हैं।
सूत्रों से ओर मिली जानकारी मे कथित तौर पर सरकारी चिकित्सक तमाम दवाईयाँ बाहरी मेडिकल की ही लिखते हैं यहाँ तक राज्य सरकार की भामाशाह योजना मे निशुल्क दवा मिलने पर भी बाहरी दवाईयाँ खरीदने हेतु पर्ची बनाते हैं इससे यह स्पष्ट होता है कि कुछ रईसी दवा विक्रेताओं से निजी तौर पर सांठ गांठ है इसी परिसर में दवा स्टोर भी है जो सैटिंग से चान्दी कुट रहा है
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