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Special Report -आखिर जेल में कहाँ से आते मोबाईल व आपत्तिजनक सामान, जेल की सुरक्षा सवालों के घेरों में


निरीक्षण के समय  कहां से आते हैं मोबाइल

दिलीप सेन की रिपोट 

प्रतापगढ़ ।मंदसौर रोड पर स्थित जिला जेल में अपराधियों के पास आखिर कहां से आते हैं मोबाइल वह अलग-अलग तरह कि सीमें जिला प्रशासन की ओर से समय-समय पर जेल का निरिक्षण भी किया जाता है तो निरीक्षण किए जाने के बावजूद भी जिला जेल में आये दिन मोबाइल सीमे का मिलना आम बात हो गई जिला जेल पर सुरक्षा की दृष्टि से देखा जाए तो जेल में जैमर और सीसीटीवी कैमरे होने के बावजूद भी जिला जेल में मोबाइलों का पहुंचना जिला जेल को सवालों के घेरों में खड़ा कर देते हैं आखिर जिला जेल में अपराधियों के पास कहां से पहुंच रहे हैं मोबाइल हाल  ही में बिजली निगम के ठेकाकर्मी से 3.40 लाख रुपए लूट की वारदात जिला जेल में  मोबाइल पर ऑपरेट होती रही 3.40 लाख की लूट की योजना,जिसमे  षड़यंत्रकर्ता को पुलिस ने  गिरफ्तार किया आरोपी जिला जेल में मोबाइल से ऑपरेट कर रहा था। पुलिस ने लूट का षडयंत्र रचने वाले आरोपी को जिला जेल से प्रोडक्शन वारंट के जरिए गिरफ्तार कर लिया है। वह जेल से मोबाइल पर अपने साथियों को ऑपरेट कर रहा था। पुलिस ने जांच के दौरान जेल के शौचालय से एक मोबाइल भी जब्त किया पिछले 18 माह की ही बात करें तो इस दौरान हुए निरीक्षण में 23 मोबाइल व 17 सिम बरामद किए गए हैं। इतना होने के बाद भी जेल प्रशासन सुरक्षा के प्रति गम्भीर नजर नहीं आ रहा हे


जेल में बनती लूट की योजना

लूट की वारदातों का अंजाम जेल में बेठे हो रही हे अरनोद थाना क्षेत्र के चूपना में गत वर्ष 85 हजार रुपए की लूट, सुहागपुरा थाना क्षेत्र में ढाई किलो चांदी के जेवर की लूट तथा सालमगढ़ में व्यापारी से डेढ़ लाख रुपए की लूट की वारदात भी कर चुका है। ऋतुराज लूट के मामले में अभी जेल में ही है। आरोपी ईश्वर मीणा भी दुष्कर्म के एक मामले में जेल में था। यहां इसकी मुलाकात ऋतुराज से हुई। दोनों ही घंटाली थाना क्षेत्र में स्थित गांवों के रहने वाले हैं। ईश्वर मीणा हाल ही में जेल से छुटा था, लेकिन वह निरंतर जेल में ऋतुराज के संपर्क में था।

जेल के शौचालय में छिपा रखा था

मोबाइल :जेल सेवारदात ऑपरेट होने की जानकारी के बाद अरनोद एसएचओ विवेक सिंह ने प्रोडक्शन वारंट के जरिए ऋतुराज को गिरफ्तार कर  ऋतुराज की निशानदेही पर पुलिस ने जेल में बने शौचालय से पॉलीथिन में छिपा कर रखे मोबाइल को जब्त भी किया

दो साल में कई बार जेल में मिले मोबाइल

जिलाप्रशासन पुलिस की ओर से  जिला जेल में की आकस्मिक चैकिंग में सफलता   ही हासिल होती हे  वर्ष 2015 के प्रारंभ में जनवरी माह में की गई जांच में जेल के अंदर एक गड्ढे में 12 से अधिक मोबाइल, सिम कार्ड अन्य आपत्तिजनक सामग्री मिली। गत वर्ष की गई आकस्मिक जांच में भी जेल के अंदर रसोई में बर्तन धोने वाले सिंक के नीचे खोदे गए गड्ढे में से मोबाइल सिम कार्ड मिला था।लेकिन जेल में जैमर और सीसीटीवी कैमरे होने के बावजूद भी जिला जेल में मोबाइलों का पहुंचना जिला जेल को सवालों के घेरों में खड़ा कर देते हैं आखिर जिला जेल में अपराधियों के पास मोबाईल कहां से पहुंच रहे हैं
इधर कार्यवाहक जेलर  मुकेशगायरी ने मिडिया को बतया की  समय, समय पर जेल प्रशासन द्वारा नियमित जांच की जाती है। बंदियों से मुलाकात के लिए आने वाले परिजनों की भी गहन जांच की जाती है। जेल के पीछे की तरफ दीवार पर वॉच टॉवर लगाने के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा गया है। 

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