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मित्र प्यारे ने हाल मुरीदां दा कहना' -'मिल मेरे प्रीतम जिओ तुध बिन खरी निमाणी'

मनजीत सिंह (श्री गंगानगर):- गुरबाणी के बोल जैसे जैसे गुरद्वारा बाबा दीप सिंह शहीद श्री  गंगा नगर परिसर की फ़िज़ायों में गूँज रहे थे वैसे वैसे लग रहा था जैसे किसी स्वर कोकिला के सर पर गुरु साहिब खुद हाथ रखकर गुरबाणी कीर्तन का उच्चारण करवा रहे हो। संगत के स्वर खुद-ब- खुद  साथ साथ इन शब्दों का गायन करते जा रहे थे। हर कोई इस भक्तिमय समय में खोता जा रहा था। कमाल की बात थी गुरु दरबार में जो बीबियां कीर्तन  की सेवा कर रही थी आज से पहले उन्होंने कभी भी कीर्तन नही किया। पर गुरु की रहमत इतनी की हर कोई दंग रह गया। लग रहा था जैसे कोई बीबियों का विशेष रागी जत्था बाहर से बुलाया है।  इनमे एक हमारे जिले के पुलिस अधीक्षक राहुल कोटोकी की धर्मपत्नी गार्गी कोटोकी और दूसरी शोर्य चक्र विजेता लेफ्टिनेंट कर्नल विनय रेड्डी की धर्मपत्नी निम्फिया सूदन। उनके स्वर ,रिदम , लय और अलाप सब कुछ अपने आप में परफैक्ट। सबसे बड़ी बात गार्गी कोटोकी ने ना कभी पंजाबी सुनी ना पढ़ी ना बोली पर गंगानगर के माहौल ने ऐसा मन मोह लिया कि गुरबाणी कीर्तन से ही लग्न लग गई गुरबाणी उच्चारण भी इतना शुद्ध कि सभी मंत्र-मुग्ध हो उठे। हारमोनियम पर सेवा कर रहे क्लासिकल संगीत के ज्ञाता पंडित चंद्र प्रकाश अजमेर वालों की तो  बात ही क्या थी पुलिस अधीक्षक राहुल कोटोकी ने अपने संबोधन में गुरद्वारा कमेटी के सेवा कार्यों की भरपूर प्रसंशा की। गुरद्वारा कमेटी की तरफ से भाई हरजिंदर सिंह श्री नगर , सतनाम सिंह लाढ़ा,हरप्रीत सिंह बबलू ,जीत सिंह, लखियां व बलजिंदर सिंह चहल मोहनपुरा ने पुलिस अधीक्षक राहुल कोटोकी,श्री मति गार्गी कोटोकी ,निम्फिया सूदन व पंडित चंद्र प्रकाश को सिरोपा भेंट किया गया।

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