हनुमानगढ़ जं. । जंक्शन स्थित श्री दुर्गा मन्दिर धर्मशाला में मितल परिवार द्वारा आयोजित श्री मद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजिन किया जा रहा हे । जिसके दुसरे दिन कथावाचन श्री रविनन्दन शास्त्री जी वृद्वावन वालों ने अपनी मुधर वाणी से उपस्थित श्रदालुओं को ज्ञान भक्ति और वैराग्य की कथा सुनाई और भागवत कथा का मंगलचरण सुनाया। उन्होने श्रदालुओं से कहा कि परमात्मा का नाम जपने से तीनो तरह के अधिदैविक, आदि भौतिक और अध्यात्मीक का नाश होता है। और इनका नाश होने से प्रभु की प्राप्ती होती है। उन्होने बताया कि मनुष्य की आत्मा को दो रोग लगे है। बार-बार जन्म लेना और बार-बार मरना। इन दोनो रोगो से छुटकारा पाने के लिए गोविन्द नाम का जाप करना चाहिए। तन मन व आत्मा की शान्ति के लिए परमात्मा का नाम ही अतिंम सहारा है। शास्त्री जी ने भक्ति ज्ञान और वैरागय प्रसंग के माध्यम कृष्ण मीरा के प्रेम भगती कथा को सुनाया और समझाया कि जब भक्ति के बिना ज्ञान और वैरागय वृद्व हो गये तब नारद जी के सत्संग से देवी भक्ति के पुत्र ज्ञान व वैरागय जवान हुए। और उसके बाद ही भक्ति को वृन्दावन
में वास मिला। इसके साथ साथ उत्तरा,कुन्ती,द्रोपती,भीष्मादि चरित्र का वर्णन किया । आयोजन समिति के सुशील मितल ने बताया यह कथा 7 अप्रैल से लेकर 13 अप्रैल 2017 तक रोजाना 3:00 बजे से 7:00 बजेे चलेगी । आज कथा के आरभ पर मितल परिवार के सुशील मितल,पवन मितल,महेन्द्र मितल,अनिल मितल ने सपरिवार पुजा अर्चना कर शास्त्री जी को माला पहनाकर किया । कथा 13 अप्रैल को सुबह हवन यज्ञ
के साथ समपन होगी ।
0 टिप्पणियाँ
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे