Advertisement

Advertisement

मितल परिवार द्वारा आयोजित मद्भागवत कथा आज पांचवा दिन,गुरु की महिमा का हुआ वर्णन


हनुमानगढ़ जं. । जंक्शन स्थित श्री दुर्गा मन्दिर धर्मशाला में मितल परिवार द्वारा आयोजित श्री मद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजिन किया जा रहा हे ।  जिसके पाचवे दिन कथावाचन श्री रविनन्दन शास्त्री जी महाराज वृद्वावन वालों ने अपनी मुधर वाणी से उपस्थित श्रदालुओं को गुरू की महिमा का वर्णन  करते हुए बताया कि मनुष्य के जीवन में गुरू का स्थान सबसे ऊंचा है। मनुष्य को अगर गुरू का साथ नही मिले तो वह कभी भी ईश्वर को प्राप्त नही कर सकता। गुरू के प्रताप से ही मनुष्य में ज्ञान का संचार होता है। और जब तक मनुष्य को ज्ञान की प्राप्ती नही होती तब तक वह प्रभु की भक्ति नही कर सकता। व मीरा भक्ति की कथा का वर्णन किया गया इसलिए सभी को अपने गुरूओं का उचित आदर समान करना चाहिए। आज कथा स्थल पर भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया गया। स्वामी जी द्वारा भगवान कृष्ण द्वारा पुतना वध एंव अन्य असुरी शक्तियों के वध का विस्तार से वाचन किया गया। कथा स्थल पर भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं पर सुन्दर-सुन्दर झाकिया प्रदर्शित की गई व गिरिराज पर्व की कथा का वर्णन किया व छप्पन भोग गिरिराज को लगाकर कर प्रसाद श्रदालुओं में वितरण किया गया । आयोजन समिति के सुशील मितल ने बताया कल से कथा सुबह 10:00 बजे से 2:00 बजे तक होगी व 13 अप्रैल 2017 को सुबह 7:00 बजे हवन यज्ञ व कथा 10:00 बजे द्वारिका लीला व सुदामा चरित्र के साथ समपन होगी । आज कथा के आरभ पर मितल परिवार के सुशील मितल,पवन मितल,महेन्द्र मितल,अनिल मितल ने सपरिवार पुजा अर्चना कर शास्त्री जी को माला पहनाकर किया ।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Advertisement

Advertisement