राजस्थान/जयपुर। आमजन में विश्वास, अपराधियों में भय के स्लोगन के साथ कार्य करने वाली राजस्थान पुलिस के अधिकारियों की आपसी फूट आज जनता के बीच उजागर हो गई है।
राजस्थान पुलिस के आईपीएस अधिकारी ने पूर्व डीजीपी समेत कई बड़े पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। खास बात ये है कि यह आईपीएस पहले भी विवादों के चलते सुर्खियों में रह चुके हैं। सुर्खियों आने वाले यह आईपीएस अधिकारी कोई और नहीं बल्कि खुद इंदुकुमार भूषण हैं। इस बार बवाल उनकी गिरफ्तारी की खबरों को लेकर मचा हुआ है।
एडीजी इंदुभूषण ने राज्य के उच्च स्तर के पुलिस अधिकारियों पर उन्हें गिरफ्तार करने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि उनसे नाराज वरिष्ठ अधिकारियों के इशारे पर शास्त्रीनगर थाना पुलिस चार साल पुराने मारपीट के एक मामले में उन्हें गिरफ्तार करने वैशालीनगर स्थित आवास पर आई थी। लेकिन उन्हें पहले ही भनक लग जाने से वे गिरफ्तारी से बचने के लिए आवास से निकल गए।
हालांकि गिरफ्तारी के मामले पर शास्त्री नगर थानाधिकारी महावीर प्रसाद ने गिरफ्तारी की बात को गलत बताया है। उन्होंने दीपावली मिलन के लिए एडीजी के निवास पर जाने की बात कही है। इन्दु भूषण ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने अपने ही पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोला था, जिसके चलते उन्हें जबरन झूठे मुकदमे में फंसाया जा सकता है या पुराने मामले में गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
इंदुकुमार भूषण ने यह आरोप पूर्व डीजीपी मनोज भट्ट, डीजीपी अजीत सिंह, एडीजी पी के सिंह, एडीजी सौरभ श्रीवास्तव समेत कई अधिकारियों पर लगाए हैं। यही नहीं उन्होंने आईपीएस इंदुकुमार भूषण ने जयपुर कमिश्नर संजय अग्रवाल, एसपी मनीष अग्रवाल,विशाल बंसल समेत कई आईपीएस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए अथाह संपति होने का दावा किया है। खास बात ये है कि एडीजी भूषण ने यह तमाम आरोप तमाम साक्ष्यों के आधार पर लगाए हैं।
उनका आरोप है कि मैंने इन अधिकारियों की जानकारी निकाली, इसलिए मुझे गिरफ्तार कर इसकी टसल निकाली जा रही है। हालांकि पूरे मामले पर इंदुकुमार भूषण ने सरकार को पारदर्शी बताया है।
इंदुकुमार भूषण ने कहा कि इस संबंध में राजस्थान के इन बड़े पुलिस अधिकारियों के खिलाफ साक्ष्यों के आधार पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह को भी पत्र लिखा है।
कुल मिलाकर देखा जाए इन आरोप प्रत्यारोप के बीच खडे हुए विवाद ने आम लोगों के सामने राजस्थान पुलिस की आपसी कलह को उजागर कर दिया है।
सोर्स व इनपुट खासखबर डॉट कॉम व भास्कर डॉट कॉम
1 टिप्पणियाँ
बकवास है झूठी है पुलिस की छवि खराब कर रहे हैं न्यूज़ वाले
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