जंक्शन थाना में दर्ज एफआईआर नंबर 692 /2017 की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग को लेकर शुक्रवार बार संघ के अध्यक्ष मनेश तंवर की अगुवाई में अधिवक्ताओं का प्रतिनिधिमंडल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरिराम चौधरी से मिला । अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि बारसंघ के सदस्य एडवोकेट जोधा सिंह के खिलाफ झूठे व् मनगढ़ंत त्तथ्यों के आधार पर जंक्शन थाना में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया जबकि एडवोकेट जोधा सिंह बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष पद पर कार्यरत है।
उन्होंने बताया कि पुलिस थाना भादरा के मुकदमा नंबर 31/2017 के अंतर्गत बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत हुए प्रकरण में नाबालिका कुमारी निर्मल कंवर के प्रकरण में पत्र क्रमांक 441 दिनांक 23 मई 2017 के जरिए माननीय न्यायाधिपति राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर को रिपोर्ट भिजवाई गई थी। जिसमें बाल कल्याण समिति ने अंदेशा जताया था कि अनुसंधान अधिकारी ने लालचवंश बालिका के सही बयान नहीं लिए और मामले को रफा दफा करने का प्रयास किया जा रहा है। उक्त प्रकरण में माननीय उच्च न्यायालय द्वारा संज्ञान लेकर कार्यवाही की गई थी। उसमें अनुसंधान अधिकारी पुलिस उप अधिक्षक वीरेंद्र जाखड़ थे।
तभी से ही पुलिस उपअधीक्षक जोधा सिंह के प्रति रंजिश रखने लगेऔर इसी रंजिश के चलते ही पुलिस उपअधीक्षक ने आनन-फानन में गलत तथा झूठे तथ्यों के आधार पर आधारित मामला पुलिस थाना जंक्शन में दर्ज करवा दिया है। अधिवक्ताओं ने कहा की उक्त मामला जोधा सिंह की छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से दर्ज करवाया गया है चूँकि यह मामला पुलिस उपअधीक्षक द्वारा दर्ज करवाया गया है इसलिए हमें इस मामले में सही जांच होने की उम्मीद नहीं है।
ज्ञापन में उक्त प्रकरण की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की गई है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राम चौधरी ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाते हुए दूध का दूध और पानी का पानी करने का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर बार संघ अध्यक्ष मनेश तंवर , जोधा सिंह, जितेंद्र सारस्वत, विनोद पारीक, जयपाल झोरड़ ,जगजीत सिंह जग्गी, हनीश ग्रोवर, कैलाश धामु ,सुरेंद्र सिंह आदि अधिवक्ता मौजूद थे।
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