कविता के विविध रंगों से सराबोर हुए श्रोता
गोलूवाला राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय कान्हेवाला में बसंत पंचमी पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।प्रधानाचार्य जगदीश चंद्र पूनिया की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती मां की वंदना व पूजन से हुई।विद्यार्थियों ने मां सरस्वती की वंदना प्रस्तुत की। इस अवसर पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद व विद्यालय द्वारा संयुक्त रुप से काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।
काव्य गोष्ठी में सुरेंद्र कुमार,डॉ.दयाराम,लालचंद मानव,हरीश हैरी,मनोज देपावत तथा राजेंद्र कुमार सहू ने काव्य पाठ किया।काव्य पाठ करते हुए कवि मनोज देपावत ने मेरी गुड़िया मेरे हाथों की मेहंदी है मेरे आंगन की तुलसी है कविता सुनाकर दाद बटोरी।राजस्थानी हास्य कवि हरीश हैरी ने अपनी राजस्थानी कविताएं सुनाकर खूब मनोरंजन किया
उन्होंने राजस्थानी भाषा की मान्यता का समर्थन करते हुए राजस्थानी शब्दों के अनेक पर्यायवाची शब्द सुनाए तथा राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने का समर्थन किया।युवा कवि लालचंद मानव ने तेरे आंचल की छांव में,जन्नत है नजर आती,मां तेरे पांव में कविता सुनाकर मां की महिमा का गुणगान किया।कवि सुरेंद्र कुमार ने लड़कियां हर परिवार को हंसाती है तथा कवि डॉ.दयाराम ने मत कोशिश करो इस जमाने में मोहब्बत के पेड़ उगाने की कविता सुनाकर काव्य गोष्ठी में बच्चों को वर्तमान परिवेश से जोड़ने का प्रयास किया।
कवि राजेंद्र सहू ने काव्य गोष्ठी का संचालन करते हुए समसामयिक परिवेश पर प्रेरणादायी कविता सुनाकर समा बांधा।कार्यक्रम में प्रधानाचार्य ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए सभी को बसंत पंचमी की शुभकामनाएं दी।इस अवसर पर विद्यालय का समस्त स्टाफ उपस्थित था।
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