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श्रीगंगानगर-गर्भवती व धात्री महिलाओं को दिया जा रहा कच्चा पोषाहार

       

                                                                              सतवीर सिह/हरप्रीत सिह (समेजा कोठी)राजस्थान महिला एंव बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाडी पाठशाला के माध्यम से बच्चों,गर्भवती एंव धात्री महिलाओं तथा किशोरी बालिकाओं को पूरक पोषाहार से लाभ दिया जाता हैं।जिसमें पंजीरी जो भूना हुआ गेंहु व भूनी सोयाबीन,चनादाल में चीनी आदि मिक्स करके महिलाओं व बच्चों को खाने के लिए दिया जाता हैं, ताकि बच्चों को कुपोषण से दूर रखा जा सके।



जिसके लिए सरकार लगभग दस रूपये प्रति बच्चे के हिसाब से देती हैं।लेकिन लालचीपन की मानसिकता ने यह सब कुछ अव्यवस्था में तब्दील कर रखा हैं।रिपोर्ट एक्सक्लूसिव की टीम ने समेजा सेक्टर की 74 एनपी आंगनबाडी पर जा कर व्यवस्था जांच की तो देखा की वहा पड़ी पंजीरी जो पोलीथीन में पैक थी, सरासर कच्चा गेंहू था 



जिसमें चीनी डाल रखी थी।टीम ने पंजीरी को खा कर देखा तो गेंहू बिना भूना हुआ निकला।जो रिपोर्ट एक्सक्लुसिव के पास सैम्पल मौजुद हैं।जब हमने कार्यकर्ता से पूछा की यह तो कच्चा गेंहू हैं इससे तो बच्चों का पेट दर्द करने लग जायेगा तो कार्यकर्ता ने कहा की यह पंजीरी हम बच्चों को देते ही नही।अब मामला साफ हैं की पंजीरी सिर्फ दिखावा ही हैं।



हमने गेंहू न भूनने का भी कारण जाना तो पता चला की गेंहू भूनने से गेंहू का वजन काफी कम हो जाता हैं।भुगतान गेंहू का वजन के हिसाब से ही दिया जाता हैं।यह हालात इसी आगनवाडी के नही हैं।मामला पड़ताल का हैं आखिर गेंहू कच्चा क्यों दिया जा रहा हैं।

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