समस्त शिक्षण संस्थानों में कार्यक्रम के पश्चात बेटी बचाने की शपथ दिलवाई गई। उपस्थित स्टाॅफ एवं बच्चों को शपथ दिलाई गई कि वे समर्पित भाव से गर्भस्थ शिशु की लिंग जांच नहीं करवाएंगे और ना ही करवाने देंगे।
उन्हें लिंगानुपात को संतुलित रखने के लिए हरसम्भव प्रयास करने का संकल्प दिलवाया गया।
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