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हनुमानगढ़ नहीं, तो अजमेर ही सही

जिले में एपिडेमियोलाॅजिस्ट डाॅ. सुरेश चैधरी डाॅटर्स आर प्रीसियस में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते है। डीएपी-2 में वे हनुमानगढ़ के खालसा शिक्षण संस्थान में कार्यक्रम देना चाहते थे, लेकिन जयपुर में मीटिंग में जाने के कारण वे हनुमानगढ़ नहीं आ पाए।


 ऐसे में उन्होंने किशनगढ़, अजमेर के राजकीय बालिका विद्यालय में ही कार्यक्रम प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि जिस कन्या को हम मां दुर्गा, मां सरस्वती, मां लक्ष्मी के रूप में पूजते रहे हैं और हमारे ही समाज के लोग उन्हें सरेआम गर्भ में ही मार रहे हैं। इसे कुकृत्य को जागरूकता के साथ रोका जाना चाहिए। 

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