सीकर:-178 में से 53 मधुमेह, 15 उच्च रक्तचाप एवं 62 मोटापे से ग्रसित

गंभीर बीमारियों के बारें में जॉच करते चिकित्साकर्मी

रिपोर्ट एक्सक्लूसिव,सीकर। वर्तमान मे निरतंर रूप से बढते हुये मधुमेह रोगी एक चिंता का विषय है तथा संयमित खानपान व व्यायाम से इस रोग पर काबू पाना संभव है इन गंभीर बीमारियों के बारें में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुये समय पर ईलाज, जांच, उपचार व बचाव के बारे में जागरूक किये जाने के प्रयास में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किये जा रहे नवाचार के तहत् कैम्प मोड पर एनसीडी कार्यक्रम में जिलें में गत 1 फरवरी से गैर सक्रांमक रोगो की जांच कर जन सामान्य में जागरूकता लाने के प्रयास किया जा रहा है जिसके तहत् 22 फरवरी को नगर परिषद कार्यालय के समस्त नगर परिषद अधिकारियों, कर्मचारियों एवं सफाई कर्मियों की स्वास्थ्य जांच किये जाने के लिए शिविर लगाया गया। जांच में 35 प्रतिशत से अधिक कार्मिक मोटापे से ग्रसित मिलें। 

  मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय चौधरी ने बताया कि युवाओं को जो आजकल की भाग दौड भरी जिंदगी में खुद को तनाव मुक्त रखनें के लिए धु्रमपान का सहारा लेतें है। इसलिये स्वस्थ्य जीवन व्यापन के लिए नशा प्रवृति को त्यागना जरूरी है तथा कैंसर से बचने के लिए तम्बाकू एवं गुटखे को अलविदा कहना ही होगा।

  डॉ. चौधरी ने बताया कि वजन बढना या मोटापा आना, अधिक शारीरिक सक्रियता न होना, एल्कोहल और नशीले पदार्थों का अधिक मात्र में सेवन करना और अपनी दिनचर्या में व्यायाम को शामिल न करने के कारण आमजन मोटापे का शिकार हो रहा है। इस प्रकार के रोग से ग्रसित रोगियों को बेहतर जीवन जीने के लियें नियमित रूप से व्यायाम, सन्तुलित भोजन, नियमित रूप से दवाई लेना एवं समय-समय पर चिकित्सक से सलाह लेते रहना चाहियें एवं आमजन के साथ युवा वर्ग में बढती नशा प्रवृति भी चिन्ता की बात है।

  उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. चन्द्रपाल ओला ने बताया कि उक्त शिविर में 178 अधिकारियों, कार्मिकों एवं सफाई कार्मिकों के स्वास्थ्य की जांच की गई। जिसमें मधुमेह के 53, उच्च रक्तचाप के 15 एवं मोटापे के 35 से अधिक मरीज चिन्हित किये गयें। उन्होंने बताया कि समस्त कार्मिकों को सलाह दी जा रही है कि बीपी, ह्वदयरोग कैंसर, उच्च रक्तचाप से ग्रस्त होने के बावजूद भी किस प्रकार से बेहतर जिन्दगी जी जा सकती है एवं धु्रमपान बन्द करके ही स्वस्थ्य जीवन यापन किया जा सकता हैं। उन्होंने बताया कि यह नवाचार आमजन के लिये वरदान साबित हो रहा है तथा समस्त शिविरों में जीवन शैली को व्यवस्थित किये जाने के लिए परामर्श दिया जा रहा है।

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