रिपोर्ट एक्सक्लूसिव,हनुमानगढ़ । अनुभवी श्रमिकों को समायोजित एवं नियमित रोजगार देने सहित 6 सूत्री मांगों को लेकर वन श्रमिक एकता संघ इंदिरा गांधी नहर परियोजना सीटू से संबंधित अस्थाई वनकर्मी संघर्ष समिति के सदस्यों ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार सोमवार जंक्शन स्थित वन विभाग कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरने की शुरुआत कर दी ।
संघर्ष समिति के संयोजक औरंगजेब ने बताया कि समिति सदस्यों द्वारा अनुभवी श्रमिकों को समायोजित कर नियमित रोजगार देने,विभाग से कॉन्ट्रैक्ट प्रणाली समाप्त करने, राज्य सरकार के नियमानुसार मानदेय ,न्यूनतम मजदूरी अधिनियम के अनुसार कुशल श्रमिक में गणना कर विभिन्न विभागों में संविदा कर्मीयो की तरह विभागो में समायोजित करने, सभी क्षेत्रीय वन अधिकारियों की बैठक श्रमिकों के समक्ष बुलाकर तथा वर्तमान बिलों में न्यूनतम मजदूरी के आधार पर एक श्रमिक भुगतान सुरक्षाकर्मी के रूप में जो उठाया जा रहा है
वह अनुभव श्रमिकों पर लागू करने ,राज्य सरकार ओर उच्च स्तरीय अधिकारियों की मंशानुसार उप वन संरक्षक को श्रमिको की समस्याओं के लिए निर्देशित करने,अनुभवी श्रमिको का सूचीबद्ध फार्मेट तैयार कर राज्य सरकार व विभाग के उच्चाधिकारियों को प्रेषित करने आदि मांगो को लेकर समिति सदस्य पिछले काफी समय से संघर्षरत है उन्होंने बताया कि बार बार लिखित में अधिकारियो को अवगत करवाने के बावजूद समस्याओ का निस्तारण नही किया जा रहा जिसके कारण समिति सदस्यों को मजबूरन आंदोलन शुरू करते हुए धरने पर बैठना पड़ रहा है ।
उन्होंने कहा कि मांगे पूरी न होने तक धरना जारी रहेगा।इस दौरान जगदीश, सांवरमल ,महिपतराम ,भीमसिंह, कल्याण सिंह, राजाराम, राजेंद्र कुमार ,बंशीलाल, बुधराम, ओम प्रकाश ,गोविंदराम, कुलदीप, जितेंद्र कुमार शर्मा आदि मौजूद थे।
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