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बीकानेर:-चौहान को मिलेगा निर्मोही नाट्य सम्मान

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रिपोर्ट एक्सक्लूसिव,बीकानेर(जयनारायण बिस्सा)। नगर के वरिष्ठ रंगकर्मी एस डी चौहान को इस साल का निर्मोही नाट्य पुरस्कार बीकानेर थिएटर फेस्टिवल के दौरान अर्पित किया जायेगा। समारोह संयोजक सुधेश व्यास ने बताया कि प्रदेश के प्रख्यात रंगकर्मी, अकादमी पुरस्कार से सम्मानित व अनुराग कला केंद्र के संस्थापक स्व. निर्मोही व्यास के सम्मान में दिया जाने वाला नाट्य पुरस्कार निर्मोही व्यास नाट्य सम्मान सुप्रसिद्ध रंगकर्मी एस. डी. चौहान को दिया जाएगा। 

मुरली मनोहर धोरे पर होगा कुचामणि ख्यालरम्मत और फ ड नवाचार के रूप में इस साल बीकानेर थिएटर फेस्टिवल में रोजाना देर रात को लोक नाट्य का मंचन होने जा रहा है। बीकानेर के सुप्रसिद्व मुरली मनोहर धोरो पर नागौर के कलाकार कुचामणि ख्यान प्रस्तुत करेंगे। इसके लिये बीकानेर में नागौर से 25 सदस्यों का नाट्य दल बीकानेर आयेगा। गंगाशहर के चौरडिय़ा चौक और भीनासर में रम्मत और फ ड का मंचन किया जायेगा। लांक नाटय मंचन प्रभारी महावीर इंटरनेशनल, गंगाशहर इकाई के कन्हैयालाल बोथरा ने बताया कि लोक नाट्य मंचन को लेकर लोगों में उत्साह है और होली के अवसर इस साल लोगों को शहरी परकोटे के अलावा गंगाशहर और भीनासर में लोक की छटा देखने को मिलेगी। 

फेस्टिवल में आयोजित होंगे रंग संवाद 
फेस्टिवल के दौरान रंग संवाद और परिचर्चाएं भी आयोजित की जायेगी। 25 फ रवरी को सुबह 11.30 बजे नाट्य आलोचना विषय पर वरिष्ठ रंगकर्मी और साहित्यकार मधु आचार्य आशावादी रंगकर्मियो और कलानुरागियों से रंग संवाद करेंगे। सत्र का संयोजन जयपुर के वरिष्ठ रंगकर्मी दिनेश प्रधान करेंगे। 26 को नाट्य आलेख के दृश्य की संभावना विषय पर वरिष्ठ साहित्यकार मालचंद तिवाडी संवाद करेंगे। सत्र का संयोजन जोधुपर के रंगकर्मी एस पी रंगा करेंगे। 

मंच पर दिखेंगे ईस्मत चुगतई और मंटो
आयोजन से जुडे नगर विकास न्यास के सचिव आर के जायसवाल ने बताया कि फेस्टिवल के दौरान काफ ी चर्चित नाटक बीकानेर के दर्शको को देखने को मिलेंगे। फेस्टिवल में नाटको के मंचन का उद्घाटन 24 जनवरी को दोपहर ढाई बजे रेलवे ऑडिटॉरियम में होगा जहां बरेली से आया नाट्य दल मशहूर उर्दू लेखिका ईस्मत चुगतई की आत्मकथा पर आधारित नाटक कागजी है पैरहन का मंचन करेगा। ईस्मत चुगताई के आत्मकथानक वाले इस नाटक में चर्चित साहित्यकार सहादत हसन मंटो भी मंच पर नजर आयेंगे। नाटक का निर्देशन बरेली के रंगकर्मी लव तोमर करेंगे।

 फेस्टिवल के अंतिम दिन रवीन्द्र रंगमंच पर शाम 5.30 बजे पुणे से आने वाले नाटक दल द्वारा कॉमेडी नाटक मुकाम डेहरू जिला नागौर का मंचन किया जायेगा। नाटक में मंच पर हिटलर आयेगा जो अपने कालखंड से गायब होकर गलती से नागौर के एक छोटे से गांव पहुच जाता है जहां एक ड्रामा कंपनी के साथ अजीब सी परिस्थितियों में पहुचकर नाटक दर्शको का मनोरंजन करेगा। पुणे के मोहित टाकलकर के निर्देशन में मंचित इस प्रसिद्व नाटक का मंचन राष्ट्रीय नाट्य विधालय के भारत रंग महोत्सव में हो चुका है तथा इस साल के थिएटर ओलंपिक के अलावा पृथ्वी थिएटर में भी नाटक का मंचन होगा। फेस्टिवल के दौरान ही देश के वरिष्ठ रंगकर्मी जी एस चैन्नी जिंदगी रिटायर नही होती नाटक प्रस्तुत करेंगे। नाटक में जिंदगी के प्रति सकारात्मकता और बुर्जगो को जिंदगी खुलकर जीने का संदेश दिया जायेगा। फेस्टिवल के सभी नाटकों में दर्शको का प्रवेश निशुल्क रहेगा और स्थान पहले आओ पहले पाओ के आधार पर आरक्षित होगा।

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