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सामाजिक विकास के लिए शिक्षा सर्वोपरि -उच्च शिक्षा मंत्री


जयपुर।  उच्च शिक्षा मंत्री  श्रीमती किरण माहेश्वरी ने सामाजिक विकास एवं आंचलिक तरक्की के लिए शिक्षा-दीक्षा और प्रेम-सौहार्द पर जोर दिया है और लोगों से मिलजुलकर सामूहिक विकास के प्रयासों में भागीदारी निभाने का आह्वान किया है। श्रीमती माहेश्वरी ने बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार बालिकाओं की शिक्षा-दीक्षा और उनके भविष्य को सँवारने के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से अपने सामाजिक सरोकारों को पूरी बेहतरी से निर्वाह कर रही है और इनका लाभ लेने के लिए पूरे मन से आगे आने की जरूरत है। 





उच्च शिक्षा मंत्री ने शनिवार को राजसमन्द के पलेवा मगरी क्षेत्र में छात्रावास शिलान्यास समारोह में बड़ी संख्या मेंं उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए यह बात कही।  कुल 2.60 करोड़ की लागत से बनने वाले जनजाति कन्या आश्रम छात्रावास में जनजाति क्षेत्र की 50 छात्राओं के लिए आवासीय सुविधा उपलब्ध है। इसमें अध्ययन करने वाली बालिकाओें को आवास, भोजन, शिक्षा आदि सभी प्रकार की सुविधाएं होंगी।  श्रीमती माहेश्वरी ने भूमि पूजन तथा शिलान्यास पट्टिका का अनावरण किया। 






शिलान्यास समारोह की शुरूआत अतिथियों द्वारा राणा पूंजा के चित्र पर माल्यार्पण से हुई। समारोह में जिलाप्रमुख प्रवेशकुमार सालवी, नगर परिषद सभापति श्री सुरेश पालीवाल, रेलमगरा के प्रधान प्रभुलाल भील, सामाजिक प्रतिनिधियों मोहनलाल भील, उदयलाल, खेमराज, गोपाललाल, नारूलाल, बालूराम, गंगाराम, देवीलाल, शंकरलाल आदि प्रतिनिधियों ने विचार रखे। 






समारोह को संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने राजसमंद जिले में लगाए गए राणा पूंजा शिविरों को अत्यन्त लाभदायी बताया और कहा कि अब यह शिविर सभी पंचायतों में लगाए जाएंगे ताकि जनजाति क्षेत्र और लोगों की समस्याओं का समय रहते समाधान हो जाए और सरकारी योजनाओं तथा कार्यक्रमों का पूरा पूरा लाभ जनजाति वर्ग को प्राप्त हो सके।  




उच्च शिक्षा मंत्री ने जनजाति कन्या छात्रावास को क्षेत्र की बालिकाओं के भविष्य निखार का सशक्त माध्यम बताते हुए कहा कि साल भर के भीतर इस छात्रावास का निर्माण पूरा कर लिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि छात्रावास तथा आस-पास के परिक्षेत्र को  एक चहादीवारी में लाकर बेहतर स्वरूप दिया जाएगा और इसके लिए 25 लाख की धनराशि अतिरिक्त प्रदान की जाएगी। इसके प्रयास जारी हैं। 





श्रीमती माहेश्वरी ने कहा कि जहां कहीं बालिकाओं की पढ़ाई लिखाई में मदद की आवश्यकता होगी, शिक्षा से लेकर बालिकाओं के विवाह तक के कामों में अपनी ओर से हर संभव सहयोग देंगी तथा सरकारी योजनाओं का लाभ दिलवाएंगी।





उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि हर क्षेत्र में बहुआयामी विकास हुआ है और ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी विकास तथा लोग सुविधाओं का सुनहरा दौर जारी है और ऎसे में ग्रामीणों को चाहिए कि वह सरकार के प्रयासों में भागीदार बनें और हर संभव योगदान अदा करें। उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रतापगढ़ में मेवाड़ भील कोर स्थापित की जा रही है और इसके लिए काम शुरू हो चुका है।





श्रीमती माहेश्वरी ने कहा कि जनजाति वर्ग की जो भी समस्याएं होंगी उनके निराकरण के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे और जनजाति क्षेत्रों के विकास में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं रखी जाएगी। समस्याओं के त्वरित समाधान के साथ-साथ विकास की दृष्टि से जो कुछ संभव होगा वह प्राथमिकता के साथ कराया जाएगा।





इस अवसर वक्ताओं ने भील समाज के लंबे समय से काबिज लोगों को पट्टे देने और पुनर्वास के पुख्ता प्रयास करने,  जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण का लाभ दिलाने, राणा पूंजा शिविर अन्य ग्राम पंचायतों में भी लगाकर जनजाति परिवारों की समस्याओं के समाधान आदि का आग्रह किया। आभार उदयलाल ने जताया।





हाईवे मिनी नेस्ट योजना का शुभारंभ किया
उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने शनिवार को राजसमन्द जिले में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से नेगड़िया एवं रूपाखेड़ा टोल प्लाजा पर हाईवे मिनी नेस्ट योजना का शुभारंन्भ किया। उच्च शिक्षा मंत्री ने पूजा-अर्चना के उपरान्त फीता काटकर मिनी नेस्ट का उद्घाटन किया। उच्च शिक्षा मंत्री ने इस मिनी नेस्ट योजना के अन्तर्गत आरंभ की गई सुविधाओं की सराहना की ।





प्राधिकरण के अधिकारियों ने उन्हें मिनी नेस्ट योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।  राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के प्रोजेक्ट डायरेक्टर श्री सुनील यादव, तकनीकि प्रबन्धक श्री प्रकाश पूर्बिया, टीम लीडर श्री जाकिर हुसैन दुरानी, हाईसे इंजीनियर श्री पीसी राय और सद्भाव से जनरल मैनेजर श्री अरविन्द सिंह एवं अन्य प्रतिनिधिगण उपस्थित थे। 

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