कुलचंद्र (टिब्बी). राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय 10 सी डी आर ए कुलचंद्र में राजस्थानी भाषा की संवैधानिक मान्यता हेतु वयोवृद्ध राजस्थानी साहित्यकार मारवाड़ रत्न देवकिशन राजपुरोहित की अगुवाई में दिल्ली में आमरण अनशन की तैयारी हेतु बैठक का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता काशीराम मेघवाल ने की।राजस्थानी छात्र मोर्चा के प्रदेश संयोजक डॉ.गौरीशंकर निमिवाल ने युवाओं से आह्वान किया कि अब आर पार की लड़ाई में सब एक होकर मान्यता के लिए लड़ें।
मुख्य वक्ता हरीश हैरी ने कहा कि संविधान में जब 10 लाख भाषा भाषियों वाली भाषा को मान्यता है परन्तु 10 करोड़ राजस्थानी की भाषा को मानयता नहीं है।उन्होंने कहा कि सरकार को राजस्थानी भाषा को मान्यता देनी होगी।मान्यता नहीं मिलेगी तो वयोवृद्ध साहित्यकार देवकिशन राजपुरोहित दिल्ली में आमरण अनशन पर बैठेंगे जिनका अनेक संगठनों ने अपना भरपूर समर्थन दिया है।
मोहनलाल डूडी ने कहा कि कुलचन्द्र से बड़ी संख्या में युवा और बुजुर्ग दिल्ली के आमरण अनशन स्थल पर पहुँचेंगे।
कार्यक्रम में गंगाजल निमिवाल,मुरारी लाल निमिवाल,संजय निमिवाल,मोहन लाल डूडी,रामानंद विश्नोई,महेंद्र पाल कालडा,सत्यमान भाटीवाल,मोहनलाल निमिवाल,रामचंद्र भाटीवाल,सुभाष डूडी, सुरेंद्र कुमार निमिवाल, शिव प्रकाश सारण,दिनेश भोबिया,पवन माहर, साहबराम डाल,मनोज नेहरा,दीपक टाक,रविंद्र कुमार डूडी,प्रह्लाद डूडी,रायसिंह,मनोज,रजत आदि उपस्थित रहे।
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