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महमुदुल्लाह के गलत व्यवहार के कारण बांग्लादेश टीम की हो रही थू-थू


 खेल. महमुदुल्लाह की मैच जिताऊ विस्फोटक पारी की बदौलत सेमीफाइनल मुकाबले में बांग्लादेश ने मेज़बान टीम श्रीलंका को हराकर फाइनल में जगह पक्की कर ली है। मैच के अंतिम ओवर में महमुदुल्लाह ने अपने दिल और दिमाग पर काबू रखते हुए अपनी टीम को जीत की दहलीज़ पर पहुंचा दिया। अंतिम दो गेंदों पर बांग्लादेशी टीम को जीत के लिए 6 रनों की दरकार थी, जिस महमुदुल्लाह (43नॉट-आउट) ने पांचवी गेंद पर छक्के के साथ पूरा कर दिया। लेकिन बांग्लादेश की इस जीत के बाद भी मैदान पर उनके व्यवहार की जमकर आलोचना हो रही है। सूत्र बात रहे हैं कि महमुदुल्लाह आईसीसी कार्रवाई भी कर सकता है। इस बीच बांग्लादेशी कप्तान शाकिब अल हसन भी सफाई के साथ सामने आए हैं। शाकिब ने मैच के बाद कहा,मैंने अपने खिलाड़ियों को मैच के बीच वापस नहीं बुलाया। 

मैंने उन्हें खेल जारी रखने के लिए कहा था। आप इस किस भी तरह से दर्शा सकते हैं। ये आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप इस किस तरह ले रहे हैं। बेहतर होगा कि इस छोड़ मैच के बारे में बात की जाए। हालांकि इसके साथ ही शाकिब ने बताया कि 'ये पूरा विवाद स्कवेयर लेग अंपायर के द्वारा दी गई नो-बॉल और फिर उस रद्द करने पर हुआ। मुझे नहीं लगता कि वो अंपायरों का सही फैसला था। मुझे नहीं पता कि पहली बाउंसर के बाद क्या हुई लेकिन दूसरी बाउंसर के बाद अंपायर्स ने पहले नो बॉल दी थी। बांग्लादेश को जीत के लिए 12 रनों दरकार थी। उदाना ने आखिरी ओवर की पहली गेंद मुस्ताफीजुर रहमान को फेंकी लेकिन इस बाउंसर को रहमान खाली खेल गए। श्रीलंका ने रिव्यू लिया जो जाया चला गया। अगली गेंद भी बाउंसर थी और इस पर रन के प्रयास में रहमान आउट हो गए। इसी बीच बांग्लादेश के खिलाड़ियों का श्रीलंकाई खिलाड़ियों से विवाद हो गया और शाकिब अंपायर से जिरह करने लगे और इसी दौरान उन्होंने अपनी टीम को वापस बुला लिया। ये पूरा विवाद नो बॉल की वजह से हुआ।

 इस विवाद में मैदान पर आए बांग्लादेशी सब-फील्डर नुरूल हसन भी जुड़ गए। वो मैदान पर खिलाड़ियों को ड्रिंक्स पिलाने के लिए आए लेकिन श्रीलंकाई कप्तान थिसारा परेरा से उलझ पड़े। 
हालांकि बांग्लादेशी बल्लेबाज़ों के वापस लौटने के बाद कोच खालिद ने बल्लेबाजों को फिर से मैदान पर भेजकर एक समझदारी भरा फैसला दिखाया। इसके बाद बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने मैच के बाद जीत के जश्न में अपना आपा खो दिया और ड्रेसिंग रूम को नुकसान पहुंचाया। जीत का जश्न मनाने के बाद वापस ड्रेसिंग रूम में आते वक्त बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने ड्रेसिंग रूम का दरवाज़ा तोड़ दिया। वहां लगे कैमरों की तस्वीरों को देखने के बाद पहली नजर में ये ड्रेसिंग रूम के अंदर से ही की गई करतूत लग रही है 

क्योंकि दरवाजों के शीशे सीढियों पर साफ बिखरे पड़े थे। मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने ड्रेसिंग रूम में मचे इस बवाल की फुटेज को देखा है। उन्होंने वहां के कैटरिंग स्टाफ से इस लेकर सवाल भी किए ताकि इस तबाही को अंजाम देने वाले खिलाड़ीयों के नाम का पता लगाया जा सके। लेकिन, ब्रॉड ये जानते हैं कि इस स्टेमेंट से कुछ साबित नहीं हो सकता, लिहाजा अब उन्होंनें ड्रेसिंग रूम के बाहर के फुटेज को देखने के लिए मंगवाया है। उधर, बांग्लादेश टीम मैनेजमेंट को ये अच्छे से पता है कि अगर वो इस बवाल में शामिल हैं तो उन्हें प्रेमदासा स्टेडियम के हुए नुकसान का हर्जाना भरना पड़ेगा।  


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