राज्य के शहरों की हर गतिविधि पर प्रशासन की नजर,सरकारी कर्मचारी प्रदर्शन में शामिल तो ब्रेक इन सर्विस मानेंगे


10 अप्रैल को भारत बंद की सुगबुगाहट को लेकर प्रशासन ने की तैयारी.....
दलोट/अरनोद।(लव कुमार जैन) सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ 2 अप्रैल को हुए भारत बंद के बाद अब 10 अप्रैल को फिर भारत बंद की सुगबुगाहट को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है। भारत बंद में कई कर्मचारियों व अधिकारियों के शामिल होने की खबरों के बाद  सख्त हिदायत दी है कि यदि कोई कर्मचारी किसी भी प्रकार के प्रदर्शन में शामिल होगा तो उसे 'ब्रेक इन सर्विस' माना जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी।

राज्य में दो अप्रैल जैसी अप्रिय घटना दोबारा न हो सके इसके लिए प्रशासन द्वारा राजस्थान के शहरों में होने वाली हर एक गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। जिले में गुपचुप तरीके से होने वाली बैठकों पर नजर है। शांति समिति की बैठक में सभी धर्म के लोगों से चर्चा कर ली गई है। 

 हालांकि 10 अप्रैल को होने वाला बंद सुबह दो घंटे का स्वेच्छिक शांतिपूर्ण होने की जानकरी मिल  रही है, लेकिन प्रशासन पिछली घटना को ध्यान में रखकर कोई कोताही नहीं छोड़ना चाहता है। वहीं सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देश पर   सभी विभाग प्रमुखों को भविष्य में किसी भी अधिकारी एवं कर्मचारी के प्रदर्शन में शामिल होने पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं।

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