श्रीगंगानगर/जयपुर। रजिस्ट्रार, सहकारिता राजन विशाल ने मंगलवार को कहा कि बदलते तकनीक के दौर में सूचनाओं के आदान प्रदान तथा प्रशासनिक व्यवस्था को बनाये रखने में व्यक्तिश अधिकारियों एवं कर्मचारियों के प्रधान कार्यालय में आने या फील्ड में जाने से न केवल राजकीय धन का अपव्यय होता है बल्कि महत्वपूर्ण समय भी जाया हो जाता है। राजकीय धन एवं समय के अधिकतम उपयोग को सुनिश्चित करने के लिये हमें तकनीक का सहारा लेना चाहिये। इसके लिये नेहरू सहकार भवन तथा सभी जिलों में केन्द्रीय सहकारी बैंकों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम स्थापित करने की आवश्यकता है।
श्री विशाल ने नेहरू सहकार भवन में राजस्थान राज्य सहकार भवन प्रबंध सहकारी संघ लि. जयपुर की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि इस सुविधा का उपयोग सहकार भवन में स्थित सभी संस्थायें कर सकेंगी। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर जिला केन्द्रीय सहकारी बैंकों में तथा संभाग स्तर पर सहकार भवन परिसर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम विकसित किये जायेंगे। बैठक में रजिस्ट्रार के प्रस्ताव का सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया।
रजिस्ट्रार ने कहा कि नेहरू सहकार भवन का निर्माण एक विशेष तकनीक से होने के कारण जयपुर में इसे एक विशेष पहचान प्राप्त है। हमें इसके सौन्दर्यीकरण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि इसका निर्माण आज से लगभग 35 वर्ष पूर्व हुआ था। उन्होंने कहा कि इससे न केवल यहां कार्य करने वाले कार्मिकों एवं अधिकारियों की कार्य क्षमता में इजाफा होगा वरन समाज में सहकारिता का एक संदेश प्रसारित करने में भी सफल होंगे।
बैठक में कृभको, एसएलडीबी, सहकारी संघ, राजफैड, अनुजा निगम, नेफेड, एनसीडीसी, अपेक्स बैंक के प्रतिनिधियों सहित सहकारिता विभाग के संयुक्त रजिस्ट्रार (प्रशासन) ओमप्रकाश पारीक, प्रबंध समिति के सदस्य सचिव एवं कॉनफैड के प्रबंध निदेशक श्री राय सिंह मोजावत, तकनीकी सहायक, रजिस्ट्रार कार्तिकेय मिश्रा एवं महाप्रबंधक कॉनफैड लखेश्वर सिंह चैहान उपस्थित थे।
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