गुरूद्वारा बाबा दीप सिंह में पहुंचा दो जिलों से जत्थेबंदियों का हुजूम
श्रीगंगानगर, 23 अगस्त। जत्थेदार श्री दमदमा साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह खालसा ने कहा है कि सेवा भावना से ही गुरू की कृपा होती है। हमें गुरूवाणी में दिखाए मार्गों पर चलना होगा। हमें गुरू का आदमी बनना है, ना कि आदमी का आदमी। वे पदमपुर रोड स्थित गुरूद्वारा बाबा दीप सिंह में हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिलों के सिख प्रचारकों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले सैंकड़ों की संगत ने पुष्प वर्षा करके उनका भव्य स्वागत किया।
बैठक में गुरूद्वारों के ग्रंथी, रागी, प्रचारक, कथावाचक, सेवादारों की समस्याओं पर चर्चा करते हुए ज्ञानी हरप्रीत सिंह खालसा ने कहा कि इन सभी का आदर-सत्कार करना बेहद जरूरी है। क्योंकि गुरूवाणी के प्रचार के साथ-साथ सेवा कार्यों में भी इनकी अहम भूमिका रहती है। उन्होंने कहा कि मढ़ी-मसान व कब्रों पर गुरू ग्रंथ साहिब का प्रकाश कर पाखण्ड की दुकान चला रहे हैं व नकली जत्थेबंदियां बनाकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। ऐसे लोग अपनी हरकतों से बाज आए। जहां पर गुरूग्रंथ साहिब का प्रकाश है, वहां किसी और को नतमस्तक नहीं होया जा सकता। इसलिए इसी माह की 28 अगस्त को दमदमा साहिब में प्रचारक श्रेणी की एक विशाल बैठक होगी। इसमें देशभर से ग्रंथी, रागी, प्रचारक, कथवाचक भाग लेंगे। इसमें प्रचारकों को आने वाली समस्याओं पर चर्चा करने के साथ ही उनका समाधान भी किया जाएगा। इसके अलावा 30 अगस्त को दमदमा साहिब में विशाल गुरमत समागम होगा, जिसमें भी देशभर से संगत पहुंचेगी। ज्ञानी हरप्रीत सिंह खालसा ने उपस्थित संगत को इन दोनों आयोजनों में अधिक से अधिक भाग लेने की भी अपील की।
बैठक को संबोधित करते हुए गुरूद्वारा बाबा दीप सिंह के मुख्य सेवादार तेजेन्द्रपाल सिंह टिम्मा ने पंथ विरोधी सोच रखने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि सिखों ने कई मोर्चों पर लड़ाई लड़ी है और फतेह भी हासिल की है। इसलिए पंथ विरोधी आवाज उठाने वालों, सोच रखने वालों को जवाब देने के लिए सिख पंथ पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि परीक्षा देने के लिए पहुंचे युवाओं से कड़ा, कृपाण, दस्तार के साथ-साथ बेटियों से चुनरी भी उतरवाई जाने लगी, तो समूचे सिख समाज में आक्रोश व्याप्त हो गया। सिख जत्थेबंदियों ने एकजुटता का परिचय देते हुए जब इस तरह की अप्रिय हरकत का कड़ा विरोध किया, तो सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा। टिम्मा ने कहा कि भविष्य में भी ऐसी ही एकजुटता बनी रहे, ताकि पंथ विरोधियों के मंसूबों को कुचला जा सके। इस अवसर पर श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों के विभिन्न शहरों, ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंची गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटियों द्वारा ज्ञानी हरप्रीत सिंह खालसा का सरोपा भेंट करके सम्मान किया गया। कार्यक्रम के अंत में गुरू का अटूट लंगर भी वितरित किया गया। आज हुई सामूहिक बैठक के सफल आयोजन में जीत सिंह लखियां, बलकरण सिंह, सतनाम सिंह, स्वर्ण सिंह फौजी, जगजीत सिंह, बीबी हरमीत कौर खालसा, बाबा महेन्द्र सिंह 71 आरबी, स्वर्ण सिंह मंगा, स्वर्ण सिंह रामगढिय़ा, बलजिन्द्र चहल, बलकरण सिंह 7 एलसी, हरजीत सिंह जौली, गुरवीर सिंह 12 जी, गुरदेव सिंह, प्रो. हरप्रीत सिंह, बाबा गगनदीप सिंह, दर्शन सिंह बराड़ आदि का विशेष सहयोग रहा।
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